पथ के साथी

Saturday, June 6, 2020

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डॉ.सुधा गुप्ता    

1-सिसकी

बहुत देर रो-रोकर सिसकी
हलकान हो-होकर
सो जाए कोई बच्चा काँधे लगकर
तो
नींद में जैसे बार-बार
उसे सिसकी आती है
ऐसे
मुझे तेरी याद आती है
बहुत देर रो-रोकर
हलकान हो-होकर ।
-0-
2-प्यास

 एक दिन भी
अपनी मर्ज़ी का न जिया
एक मैं ही रही प्यासी
और सबने
भर-भर प्याला
छककर पिया।

होगा किसी मुट्ठी में चाँद
किसी में सूरज,
मैंने तो
साँस-साँस
बस
ज़िन्दगी का कर्ज़
चुकता किया।
एक दिन भी
अपनी मर्ज़ी का न जिया।
-0-
3-लड़ाई

शीशे पर
आती है गौरैया
बार-बार
मारती है चोंच
एक बार-दस बार-सौ बार
हज़ार बार ।
ख़ुद पर करती प्रहार-
ख़ुद से होती घायल गौरैया

अक्सर हमारी सारी ज़िन्दगी
खुद से लड़ते , चोट खाते बीतती है।
-0-

4-अँधेरी सुरंग

कितने दिन हुए
तुमसे
बिछुड़े
कितने हफ़्ते-महीने -बरस ?
सोचती हूँ
पर कुछ याद नहीं आता ।

एक अँधेरी सुरंग से गुज़र रही हूँ
जाने कब से !
गुज़रूँगी
जाने कब तक !!

कहीं
रोशनी की एऽऽऽक लकीर नहीं !
-0-
(एक क़ाफ़िला : नन्ही नौकाओं का ( काव्य-संग्रह,मई 1983)

13 comments:

  1. सच में बहुत ही सुंदर हैं।

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  2. जिन्दगी का सत्य कहती सुन्दर क्षणिकाएँ|
    आदरणीया सुधा दी को बधाई !

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  3. पहली बार डॉ सुधा गुप्ता जी ऐसी रचनाएँ पढ़ी , अद्भुत बुनावट है , जीवन के घटनाओं की ।

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  4. मार्मिक अभिव्यक्तिपूर्ण रचनाएं, बधाई।

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  5. सच में बहुत ही मार्मिक रचनाएँ.... हृदय से नमन
    सुधा जी के साहित्य कोश से इतना प्यारा नज़राना देने के लिए काम्बोज सर को धन्यवाद |

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  6. बहुत सुन्दर रचनाएँ हैं सुधा जी की ।बहुत-बहुत बधाई

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  7. बेहद सुंदर भाव, और उनकी बेहद सहज अभिव्यक्ति, बधाई स्वीकारें सुधा जी!

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  8. बहुत सुंदर भावपूर्ण मार्मिक कविताएँ... बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ सुधा जी

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  9. बहुत भावपूर्ण रचनाएँ. आदरणीया सुधा जी को बहुत बधाई और शुभकामनाएँ.

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  10. अति सुन्दर, भावपूर्ण रचनाएँ आद.सुधा जी... हृदय -तल से बधाई आपको !

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  11. बेहद भावपूर्ण रचनाएँ...हार्दिक बधाई आपको।

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  12. होगा किसी मुट्ठी में चाँद
    किसी में सूरज,
    मैंने तो
    साँस-साँस
    बस
    ज़िन्दगी का कर्ज़
    चुकता किया।
    एक दिन भी
    अपनी मर्ज़ी का न जिया।
    कितनी मार्मिकता है इन पंक्तियों में...जैसे किसी ने ज़ख्मों को फिर हरा कर दिया हो...|
    बहुत सुन्दर और भावुक रचनाएँ...| आदरणीया सुधा जी को ढेरों-ढेर बधाई...|

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