कमला निखुर्पा
1
आजादी - पर्व
है भारतवासी को
देश पे गर्व ।
2
उड़ता मन
विस्तृत नभ में
तिरंगे- संग ।
3
गाए अवाम
एक सुर में आज
वन्देमातरम् ।
4
लगाए गश्त
चौकस हैं निगाहें
सीमा - प्रहरी ।
5
लगाता घात
मित्र बनके , शत्रु
चौकस रहो ।
6
गड़ती कीलें
देख तेरा ताबूत
माँ के दिल में ।
7
मिट के भी तू
अमर है शहीद
गूँजे ये गीत ।
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