एक पाठक के तौर पर मैंने कुछ पुस्तकों की भूमिकाएँ लिखी हैं। उनके लिंक नीचे दिए गए हैं। आशा करता हूँ कि जब भी समय मिले , ज़रूर पढ़ेंगे ताकि सृजन के समय जो कुछ अच्छा हो
उसे ग्रहण किया जा सके। मेरे ये लेख उबाऊ हो सकते हैं, फिर भी पढ़िएगा-
1
ज़िन्दग़ी यूँ तो—'मंजु मिश्रा की खूबसूरत कविताओं से गुज़रते हुए
2
'मन के कागज पर'-डॉ. कविता भट्ट की बहुआयामी कविताएँ
3
डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा के दोहों की सुगन्ध -महकी कस्तूरी
ज़िन्दग़ी यूँ तो—'मंजु मिश्रा की खूबसूरत कविताओं से गुज़रते हुए
2
'मन के कागज पर'-डॉ. कविता भट्ट की बहुआयामी कविताएँ
3
डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा के दोहों की सुगन्ध -महकी कस्तूरी