पथ के साथी

Sunday, January 5, 2014

किसी से भी न गिला

1-डॉ ज्योत्स्ना शर्मा
1
सबसे न्यारी
खुशियों की दस्तक
बहुत प्यारी !!
2
मन- निर्मल
किसी से भी न गिला
कोई तो मिला ... :)
-0-
2-मुमताज टी एच खान
1
काँटे ही सही
सुख दुख के साथी
सोचे गुलाब
2
मानव वेश
लिये बैठे  भेदिये
नोचने दे
3
री गागर
यादों के सागर से
लक उठी ।

.-0-