पथ के साथी

Saturday, September 11, 2010

ईद का ये दिन

ईद का ये दिन
-रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
सबके घर में खुशियाँ लाए , ईद का ये दिन 
प्यार-भरे बादल बरसाए , ईद का ये दिन ॥
घोल न पाए कोई नफ़रत , किसी के दिल में।

पाक़ीज़गी रोज़ बिखराए, ईद का ये दिन ॥