बिना कहे जो सब कुछ कह जाते हैं
बिना दोष जो सब कुछ सह जाते हैं ।
दूर हैं पर दिल के क़रीब रहते हैं
उनको हम अपना नसीब कहते हैं ।
-मुमताज-टी एएच खान
ज़िन्दगी का भ्रम, बनाए रखिए
हसरतें हज़ार हैं, ज़िन्दगी है
कुछ तो उम्मीद , बचाए रखिए । -रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’