पथ के साथी

Saturday, February 27, 2021

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 1-कमला निखुर्पा

1

बहुत दिनों के बाद

 जी भर के कल रात ,

 मैने  की है  चाँद से कुछ बात

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2-मुकेश बेनिवाल

1

ज़िन्दगी की किताब में

हर रंग के काग़ज़ हैं

परेशानियों के पन्नों को

पतंग बनाकर उड़ा दो

ग़मों के पन्नों की

कश्ती बनाकर बहा दो

चुनकर बेहतरीन पन्ने

ज़िन्दगी को रंगों से सजा लो

2

 बदलता हुआ ये वक़्त

बहुत कुछ कह गया

मतलब की बाढ़ में

हर किरदार बह गया

ख़ुशी में ख़ुश होता है

और दुःख में दुःखी 

सिर्फ़ आईना ही है

जो वफ़ादार रह गया

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