पथ के साथी

Friday, May 16, 2014

कुछ कविताएँ

 रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
1
कुछ मन पावन होते हैं।
कुछ मन भावन होते हैं
बात तुम्हारी जब होती
नैना सावन होते हैं ।
2
उम्र प्यार की कब होती
तन के भोगी  ना जाने हैं,
प्यार वह जो कभी न घटता
सच्चे दिल   ही पहचाने हैं।
3
परस तुम्हारा मिल जाए
जब दुनिया से चलना हो,
भोर –किरन का छू जाना
तुझे देख जब खिलना हो ।
4
जीवन में कुछ भी  मिल जाए
घाटा लगता है ,
बच्चों के बिन घर-आँगन

सन्नाटा लगता है  ।