सोनिया शर्मा रिक्खी
जाने ना जाने करोना क्या- क्या
दिखा गया
सोशल साइंस टीचर को सोशल डिस्टेंसिंग सिखा गया
क्या कहने उस कप्तान के
जिसने मुश्किल समय में सँभाली है
आन- बान- शान से
शिक्षा रूपी नाव की कमान
ऐसे शिक्षाविदों को मेरा प्रणाम
न जाने करोना क्या -क्या सिखा गया
क्या कहने उन अध्यापकों के सीख रहे हैं नए-नए गुर पढ़ाने के
अपने विद्यार्थियों की समस्याएँ सुलझाने के
नए तरीकों से समझाने के
ऐसे शिक्षकों को मेरा प्रणाम
कि स्कूल में कदम रखते ही
हँसते चेहरों को देखने और मुँह
पर भोली मुस्कान-
कहते थे गुड मॉर्निंग ,सुनने को तरसते
कान
आती है याद तुम्हारी बच्चो ,प्यारी
मुस्कान !
दूर से ही सही ऑनलाइन टीचिंग से
तुमसे संपर्क बढ़ाने को
तुम तक पहुँच जाने को
करती हूँ मैं कोशिशें हजार
मिलेंगे जल्दी ही करते रहो
तुम करोना युद्ध में करोना पर पलटवार
धोते रहो मेरे बच्चों हाथ तुम बारम्बार
कैसे भूल जाऊँ इन क्षणों को
अभिभावकों के सहयोग को
बने हैं सेतु
मुझे पहुँचा रहे हैं
मेरे नन्हे मुस्कुराते मन में
ज्ञान की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों तक
करोना तू बहुत कुछ सिखा गया
टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल
करना बता गया
-0- अंबाला शहर- 134004