शशि पाधा
लगता है उनका, हाल बेहाल
है।
अनमन से बोले, अच्छा ख़याल
है।
रिश्तों के मन में, कुछ तो सवाल
है।
बिन होली किसने, छिटका गुलाल
है।
हर दिल में जलती, स्नेही मशाल
है ।
इस दिल ने छेड़ा, मधुर सुर-ताल है।
उस रब की मरजी, उसका कमाल
है।
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शशि पाधा
लगता है उनका, हाल बेहाल
है।
अनमन से बोले, अच्छा ख़याल
है।
रिश्तों के मन में, कुछ तो सवाल
है।
बिन होली किसने, छिटका गुलाल
है।
हर दिल में जलती, स्नेही मशाल
है ।
इस दिल ने छेड़ा, मधुर सुर-ताल है।
उस रब की मरजी, उसका कमाल
है।
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