सुनीता काम्बोज
जन्म-दिवस ये आपका , जैसे हो त्योहार ।
माँगू खुशियाँ आपकी, रब से बारम्बार ।।
दिल है गंगा नीर -सा, पावन मन के भाव ।
बन जाते पतवार हो, खेते सबकी नाव ।।
उड़ने को अम्बर दिया, भरी परों में जान ।
ऐसा लगता हो गया, हर रस्ता आसान ।।
आप सभी की राह से, चुनते आए शूल ।
गुरुवर अर्पित आपको, ये भावों के फूल ।।
आप सभी की राह से, चुनते आए शूल ।
सदा बुराई से लड़े, झुकना नहीं कबूल .........
हिमांशु जी के प्रति -
ज्योत्स्ना प्रदीप
ज्योत्स्ना प्रदीप
पूर्ण चंद्र सा
जिसका हृदय
पवित्र नयनों में स्नेह -संचय
हिम के जैसा शीतल -शीतल
विरल प्रीत का ले गंगाजल
सुकर्मों का रामेश्वरम-सेतु
नमित हो मन ऐसे गुरु हेतु ..................
पवित्र नयनों में स्नेह -संचय
हिम के जैसा शीतल -शीतल
विरल प्रीत का ले गंगाजल
सुकर्मों का रामेश्वरम-सेतु
नमित हो मन ऐसे गुरु हेतु ..................
आदरणीय भैया जी को जन्म-दिवस के अवसर पर सब प्रकार से सुखी , स्वस्थ , यशस्वी , दीर्घायु जीवन की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
-सुनीता काम्बोज , ज्योत्स्ना प्रदीप एवं सभी बहनें