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किसी से भी न गिला
1-डॉ ज्योत्स्ना शर्मा
1
सबसे न्यारी
खुशियों की दस्तक
बहुत प्यारी !!
2
मन- निर्मल
किसी से भी न गिला
कोई तो मिला ... :)
-0-
2-मुमताज टी एच खान
1
काँटे ही सही
सुख दुख के साथी
सोचे गुलाब ।
2
मानव वेश
लिये बैठे
भेदिये
नोचने
देश ।
3
भरी गागर
यादों के सागर से
छलक उठी ।
.-0-
बहुत सुन्दर क्षणिकायें।
ReplyDeleteसभी हाइकु उत्कृष्टता की कसौटी पर खरे उतरते हैं .
ReplyDeleteनव वर्ष की हार्दिक बधाई आप सब को .
बहुत प्यारे हाइकू ...मुमताज जी के हाइकू काफी अच्छे लगे
ReplyDeleteखूबसूरत हाइकू .मंजुल भटनागर
ReplyDeleteबहुत सुंदर हाइकू ......नव-वर्ष की मंगल-कामनाएं ....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर हाइकु...
ReplyDelete~सादर
अनिता ललित
badiya
ReplyDeleteसभी हाइकु भावपूर्ण, शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteबहुत आभार आप सभी का .....
ReplyDeleteहार्दिक शुभ कामनाओं के साथ
ज्योत्स्ना शर्मा
सुन्दर और उत्कृष्ट हाइकु...बधाई...|
ReplyDeletesabhi haiku bohot hi sateek hai.....aap sab ki sundar soch ko badhai......
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