1-अनिता ललित
भाई की कलाई पर
सजे बहना का प्यार,
मन में उमंग
और नेह अपार।
पावन इस बंधन में
महके संसार
मुबारक़ हो आपको
रक्षा-बंधन का त्योहार।
-0-
रक्षाबंधन -हाइकु
2-पुष्पा मेहरा
1
जग को भेजी
राखी उषारानी
ने
सात रंग की ।
2
रेशमी लड़ी
है नाज़ुक-नरम
प्रण से बँधी
।
3
राखी का धागा
रक्षा की ढाल
बना
भैय्या के
मन ।
4
मन में दुआ
भाग्य छोटे
भैया का
चमके
सदा ।
5
ओ ! चंदा भैया
लो ! आ ही गए
तुम
राखी मनाने ।
6
अकेला नहीं
चाँदनी भाभी
संग
आया है चंदा
।
-0-
3-रेखा रोहतगी
1
उसने मुझे
भरपूर उजाला देने का
दावा किया
और मेरे आकाश का
सूर्य बन गया
फिर उसने
देने की उदारता में
मुझे भस्म ही कर डाला
-0-
2
जिससे भी
मेरा अपनापन रहा
उसी से हुई
मेरी कहासुनी
वरना
दुनिया मेरे लिए
मैं दुनिया के लिए
रही अनसुनी
-0-
1
उसने मुझे
भरपूर उजाला देने का
दावा किया
और मेरे आकाश का
सूर्य बन गया
फिर उसने
देने की उदारता में
मुझे भस्म ही कर डाला
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2
जिससे भी
मेरा अपनापन रहा
उसी से हुई
मेरी कहासुनी
वरना
दुनिया मेरे लिए
मैं दुनिया के लिए
रही अनसुनी
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bahut khubsurt
ReplyDeleteकृपया आप अपने इस महत्वपूर्ण हिन्दी ब्लॉग को ब्लॉगसेतु ब्लॉग एग्रीगेटर से जोड़कर हमें कृतार्थ करें ... !!! धन्यवाद सहित
ReplyDeletehttp://www.blogsetu.com/
'अपार नेह' ,सतरंगी ...कोमल नाज़ुक लड़ियाँ और गहन अनुभूति लिए क्षणिकाएँ ...बेहतरीन प्रस्तुति ...अनिता जी ,पुष्पा जी एवं रेखा जी को हार्दिक बधाई !
ReplyDelete...anita ji ,pushpa ji v rekha ji ko bahut badhai mahke sansaar ke liye....aap sabhi ki lekhni isi tarah mahakti rahe .....sadar naman.
ReplyDeleteमनभावन क्षणिकाएँ और हाइकु...बधाई आप सबको...|
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