ज़िन्दगी में अगर कोई तूफ़ान न होता।
तो मेरा ये सफ़र कभी आसान न होता।
रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
बहुत सही!हकीकत कही!
आप जैसे 'गु्रु'का जब सिर पर हाथ होफिर तो चाहे 'तूफ़ानो' से रोज़ मुलाकात हो
मेरे इन बच्चों पर आए जो तूफ़ान , उससे मैं ही खेलूँगा । ये तूफ़ान तो मेरी ही रुह का हिस्सा है , इसको मैं ही झेलूँगा ।
aadarniy sir, bahut hi sateek avam bahut hi preranadayak post .aapne in do aapko panktiyo me jivan ka sara saar de diya.aapko hardik pranaam. poonam
bahot achcha.
jine ki icha ko badhati han ye nanhi pankityan... itna to jana...
बहुत सही!
ReplyDeleteहकीकत कही!
आप जैसे 'गु्रु'का जब सिर पर हाथ हो
ReplyDeleteफिर तो चाहे 'तूफ़ानो' से रोज़ मुलाकात हो
मेरे इन बच्चों पर आए जो तूफ़ान , उससे मैं ही खेलूँगा ।
ReplyDeleteये तूफ़ान तो मेरी ही रुह का हिस्सा है , इसको मैं ही झेलूँगा ।
aadarniy sir,
ReplyDeletebahut hi sateek avam bahut hi preranadayak post .aapne in do aapko panktiyo me jivan ka sara saar de diya.
aapko hardik pranaam.
poonam
bahot achcha.
ReplyDeletejine ki icha ko badhati han ye nanhi pankityan... itna to jana...
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