पथ के साथी

Saturday, May 10, 2025

1460-पिता को एक शब्दांजलि

 डॉ. पूनम चौधरी

 


आपका होना है सौभाग्य,

 मिले जो छाया कड़ी धूप में ।

था शायद अनुकूल विधाता,

मिले जो हमको पिता रुप में ।।

 

शक्ति के थे स्रोत आप ही,

कठिन समय में बने हो संबल।

सदा की वर्षा अमृत की,

खुद पिया क्यों सदा हलाहल।।

 

रहे ओढ़कर सदा कठोरता,

प्रेम हृदय का देख ना पाए।

सारे सुख लिख दिए भाग्य में

बिना बड़प्पन बिना जताए।।

 

हम बच्चे थे समझ न पाए,

कभी कही न हमसे पीड़ा।

कैसे बोझ उठाते सबका,

और जुटाते सबकी सुविधा ।।

 

फिर भी नहीं दुखाते मन को,

न रोया किस्मत का रोना।

यही सिखाया  है जीवन भर 

निश्चित है पाना और खोना।।

 

आप थे सागर इच्छाओं के,

हमने भर- भर हाथ उलीचे।

आँसू, पीड़ा, धूप, पसीना

कष्ट थे कितने सुख के नीचे।।

 

नहीं दिखा वो त्याग, समर्पण

नहीं दिखा संघर्ष आपका।

खुद को देकर सींचा हमको

हम समझे कर्तव्य बाप का।।

 

जितना मिला वो असीम है,

क्या भरपाई हम कर पाए।

वो पिता है सब कुछ करके

तिलभर न अभिमान जताए।।

 

आज खड़े हैं जगह आपकी

पल- पल मन होता है भारी।

शब्द नहीं हैं हों उऋण हम,

क्षमा कर सको भूल हमारी।।

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19 comments:

  1. भावपूर्ण, मर्मस्पर्शी कविता। बहुत सुंदर सृजन के लिए हार्दिक बधाई ।सुदर्शन रत्नाकर

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    1. धन्यवाद सर 🙏

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  2. बहुत सुंदर एवं सत्य को दर्शाती कविता!

    ~सादर
    अनिता ललित

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  3. मर्मस्पर्शी कविता ।पिता की साकार छवि।हार्दिक बधाई।

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  4. अति सुन्दर भाव 🙏🙏सादर 🙏
    अनुपमा त्रिपाठी

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  5. रश्मि विभा त्रिपाठी10 May, 2025 09:56

    बहुत मार्मिक।

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  6. पिता पर कविता करना एक दुश्कर कार्य है-आपने अपने मनोभावों को नियंत्रित करते हुए अच्छी कविता रची-शुभकामनाएँ।

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  7. बहुत ही मार्मिक और हृदयस्पर्शी कविता....👏🏻👏🏻

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  8. Gunjan Agarwal10 May, 2025 17:15

    सुंदर कविता 💐

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  9. बहुत सुंदर सृजन है हार्दिक बधाई । सविता अग्रवाल “सवि “

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  10. बहुत सुंदर मार्मिक कविता।

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  11. बहुत ही भावपूर्ण और सुंदर कविता। सुंदर सृजन के लिए बधाई💐💐🌹🌹

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  12. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर सोमवार 12 मई 2025 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!

    !

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  13. बहुत सुंदर

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  14. सुन्दर रचना
    हार्दिक बधाई आपको।

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  15. मर्मस्पर्शी कविता. हार्दिक बधाई पूनम जी.

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