गुंजन अग्रवाल
माता शेराँवाली
द्वार पड़े तेरे
भर दो झोली खाली।
माँ वेग सहारा दो
भँवर फँसी कश्ती
अब मात किनारा दो
जागो मैया काली।
आस लगी तुमसे
भर दो झोली खाली।1
सुन लो माँ जगदम्बे
राह तके नैना
दर्शन दो माँ अम्बे।
हे अष्ट भुजा वाली
सिंह सवारिन माँ
भर दो झोली खाली।2
तुम भाग्य विधाता हो
करुणा करती माँ
सब सुख की दाता हो
तुम हो लाटा वाली।
भूल नही जाना
भर दो झोली खाली।3
घेरे है अँधियारा
मन मंदिर में आ
कर दो माँ उजियारा
भक्तों की रखवाली
तुम मैया ज्वाला
भर दो झोली खाली।4
'अनहद' तेरी वाणी
ज्ञान, दया, दर्शन
तू ही वीणा पाणी
जय माँ खप्परवाली
घर मेरे आओ
भर दो झोली खाली।5
बहुत सुंदर...👏
ReplyDeleteबहुत आभार आपका 🙏
Deleteसहज साहित्य में स्थान देने हेतु हार्दिक आभार भैया 🙏💐🙏 नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 💐🙏🌺
ReplyDeleteमाँ जगदम्बा की स्तुति करता सुंदर माहिया गीत,हार्दिक मंगलकामनाएँ।
ReplyDeleteसादर आभार आपका 🙏
Deleteमाँ की महिमा का गुणगान करता बहुत सुंदर , मनभावन माहिया गीत। बधाई । सुदर्शन रत्नाकर
ReplyDeleteबहुत शुक्रिया आदरणीय 🙏
Deleteमाता रानी के सुंदर माहिया!
ReplyDeleteबहुत शुक्रिया 🙏, जय माता दी 🙏
Deleteसुंदर
ReplyDeleteआभार 🙏
Deleteअतिसुन्दर माहिया गीत गुंजन जी!
ReplyDelete~सादर
अनिता ललित
बहुत सुंदर माहिया गीत!
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर।
ReplyDeleteहार्दिक बधाई आपको।