पथ के साथी

Sunday, March 30, 2025

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गुंजन अग्रवाल

 




माता शेराँवाली

द्वार पड़े तेरे

भर दो झोली खाली।

 

माँ वेग सहारा दो

भँवर फँसी कश्ती

अब मात किनारा दो

जागो मैया काली।

आस लगी तुमसे

भर दो झोली खाली।1

 

सुन लो माँ जगदम्बे

राह तके नैना

दर्शन दो माँ अम्बे।

हे अष्ट भुजा वाली

सिंह सवारिन माँ

भर दो झोली खाली।2

 

तुम भाग्य विधाता हो

करुणा करती माँ

सब सुख की दाता हो

तुम हो लाटा वाली।

भूल नही जाना 

भर दो झोली खाली।3

 

घेरे है अँधियारा 

मन मंदिर में आ

कर दो माँ उजियारा 

भक्तों की रखवाली

तुम मैया ज्वाला

भर दो झोली खाली।4

 

'अनहद' तेरी वाणी

ज्ञान, दया, दर्शन

तू ही वीणा पाणी 

जय माँ खप्परवाली

घर मेरे आओ 

भर दो झोली खाली।5

14 comments:

  1. बहुत सुंदर...👏

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    1. गुंजन अग्रवाल30 March, 2025 12:59

      बहुत आभार आपका 🙏

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  2. गुंजन अग्रवाल30 March, 2025 12:58

    सहज साहित्य में स्थान देने हेतु हार्दिक आभार भैया 🙏💐🙏 नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 💐🙏🌺

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  3. माँ जगदम्बा की स्तुति करता सुंदर माहिया गीत,हार्दिक मंगलकामनाएँ।

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    1. गुंजन अग्रवाल अनहद03 April, 2025 15:46

      सादर आभार आपका 🙏

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  4. माँ की महिमा का गुणगान करता बहुत सुंदर , मनभावन माहिया गीत। बधाई । सुदर्शन रत्नाकर

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    1. गुंजन अग्रवाल03 April, 2025 15:47

      बहुत शुक्रिया आदरणीय 🙏

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  5. माता रानी के सुंदर माहिया!

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    1. गुंजन अग्रवाल03 April, 2025 15:47

      बहुत शुक्रिया 🙏, जय माता दी 🙏

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  6. Replies
    1. गुंजन अग्रवाल03 April, 2025 15:48

      आभार 🙏

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  7. अतिसुन्दर माहिया गीत गुंजन जी!

    ~सादर
    अनिता ललित

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  8. बहुत सुंदर माहिया गीत!

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  9. बहुत ही सुन्दर।
    हार्दिक बधाई आपको।

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