पथ के साथी

Friday, September 24, 2021

1134-अर्पण

 रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'


21 comments:

  1. बहुत ही सुन्दर सृजन। हार्दिक बधाई।

    ReplyDelete
  2. प्रेम की आशावादी दृष्टि का साक्षात्कार होता है आपकी कविताओं में सर ! लाजवाब, हार्दिक शुभकामनाएँ ।

    ReplyDelete
  3. आशावादी दृष्टिकोण लिए प्रेम को सुन्दरता से अभिव्यक्ति करती बेहद सुन्दर रचना।
    हार्दिक बधाई आदरणीय गुरू जी 🌷💐🙏🏻

    सादर

    ReplyDelete
  4. सच्चा प्रेम वही है जिसमें आशावादी दृष्टिकोण और सकारात्मक सोच रहती है। उत्कृष्ट सृजन के लिए हार्दिक बधाई।

    ReplyDelete
  5. प्रेम की उदात्त,सात्त्विक भावनाओं की सहज अभिव्यक्ति का सुंदर गीत।हार्दिक बधाई भाई साहब।

    ReplyDelete
  6. प्रेम की पुनीत भावना से पूरित सुंदर कविता।बहुत-बहुत बधाई भैया।

    ReplyDelete
  7. प्रेम में समर्पण है तो पूरी दुनिया अपनी

    बहुत सुन्दर

    ReplyDelete
  8. सुंदर भावों से सजी एक पावन और मनभावन अभिव्यक्ति 🙏🏻🙏🏻 सादर वंदन

    ReplyDelete
  9. बहुत अच्छी और भावपूर्ण कविता है, , बधाई भैया🙏

    ReplyDelete
  10. मनोहर भावपूर्ण कविता

    ReplyDelete
  11. आप सबने अपनी सार्थक प्रतिक्रिया से मेरा मान और मनोबल बढ़ाया, इसके लिए सबका आभार ।

    ReplyDelete
  12. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा 25.09.2021 को चर्चा मंच पर होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    धन्यवाद
    दिलबागसिंह विर्क

    ReplyDelete
  13. मनोहर मनभावन रचना

    ReplyDelete
  14. निर्मल प्रेम की सरस अभिव्यक्ति... हार्दिक बधाई भाईसाहब।



    ReplyDelete
  15. प्रेम में कोई शर्त नहीं , समपर्ण ही प्रेम है .....भावपूर्ण प्रेमपूर्ण सुंदर रचना के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाइयाँ स्वीकार करें

    ReplyDelete
  16. सुन्दर सृजन

    ReplyDelete
  17. पावन प्रेम की भावपूर्ण, बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।
    प्रणाम भैया

    ReplyDelete
  18. बहुत ही सुंदर सृजन!

    ReplyDelete
  19. इतनी प्यारी-मनोहारी रचना के लिए ढेरों-ढेर बधाई आदरणीय काम्बोज जी को

    ReplyDelete
  20. बहुत सुन्दर और प्यारी रचना, बधाई काम्बोज भैया.

    ReplyDelete