पथ के साथी

Thursday, April 22, 2021

1091-सूरज ले आएँ

 






17 comments:

  1. सही कहतें हैं आदरणीय, यह समय एक दूसरे की हिम्मत बढ़ाने का है, एक दूसरे का साथ निभाने का है...😊.....

    ReplyDelete
  2. शब्दों में मरहम है ,हृदय में आकुलता
    कैसे किसे समझाएं - समय मे है निष्ठुरता |
    आपके शब्दों में बड़ी सांत्वना है |श्याम हिंदी चेतना

    ReplyDelete
  3. विपरीत घड़ी है
    आँधियाँ चढ़ीं हैं
    कोई तो रोको
    विपदा बड़ी है ।

    हिमांशु भाई की मनोभाव आज के संकट को बखूबी रेखांकित कर रहे हैं । हमें एक दूसरे को संबल देना है ।

    ReplyDelete
  4. इस विकट काल में केवल सकारात्मक और आशावादी रचनाओं की अपेक्षा है। आपने साहित्यकार के धर्म को बहुत अच्छे से निर्वहन किया। बहुत सुंदर रचना, हार्दिक साधुवाद।

    ReplyDelete
  5. दुःख में भी गुनगुनाने का आशावादी संदेश लिए अच्छी कविता- बधाई।

    ReplyDelete
  6. सकारात्मक ऊर्जा मिलती रहे, मुश्किल समय जल्दी बीते।

    ReplyDelete
  7. आज के परिदृश्य पर भावपूर्ण कविता! सच में आज निराशा के अन्धकार में आशा के सूर्य की प्रतीक्षा है। 'हवा बेरहम है' - ऐसे में हमें आत्मबल एवं सकारात्मक सोच के साथ परिस्थिति का सामना करना है और अन्धकार को पराजित करना है।

    ReplyDelete
  8. विपरीत घड़ी में राहत देती कविता। सादर अभिवादन भैया

    ReplyDelete
  9. सामयिक- सकारात्मक सुंदर कविता। बधाई भैया।

    ReplyDelete
  10. सकारात्मक कविता

    ReplyDelete
  11. चीर अंधेरों को, सूरज ले आएँ/आँसू हम पोंछे,जरा मुस्कराएँ.. विपरीत और भयावह परिस्थियों में हौसला बढ़ाती सकारात्मक भाव की प्रभावी कविता।आपकी लेखनी को नमन।सुंदर चित्रांकन हेतु जेन्नी जी को बधाई।

    ReplyDelete
  12. सकारात्मक एवं मनोबल बढ़ाती रचना. मन की निराशा को कोई सूरज चीर कर भगा दे और ऐसी ही भोर ले आए. बहुत सुन्दर रचना, बधाई. मेरे चित्र को बहुत सुन्दर शब्द दिया आपने, आभार.

    ReplyDelete
  13. घोर परिस्थितियों में उत्साह बढ़ाती बहुत सुंदर सकारात्मक रचना...हार्दिक बधाई भाईसाहब।


    ReplyDelete
  14. सकारात्मक सोच और निराशा में आशान्वित करती सुंदर कविता।

    ReplyDelete
  15. चीर अँधेरों को सूरज ले आएँ...👍

    ReplyDelete
  16. आप सभी गुणिजन का हृदय से आभार

    ReplyDelete

  17. सुन्दर व सकारात्मक रचना।
    हार्दिक बधाई भैया जी।

    ReplyDelete