tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post4758859763426914827..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 1091-सूरज ले आएँसहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-48645260248361362602021-04-25T14:25:43.506+05:302021-04-25T14:25:43.506+05:30
सुन्दर व सकारात्मक रचना।
हार्दिक बधाई भैया जी।<br />सुन्दर व सकारात्मक रचना।<br />हार्दिक बधाई भैया जी।Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-27421785920883119222021-04-24T20:22:49.050+05:302021-04-24T20:22:49.050+05:30 आप सभी गुणिजन का हृदय से आभार आप सभी गुणिजन का हृदय से आभार सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-39690995349697146222021-04-24T20:21:58.585+05:302021-04-24T20:21:58.585+05:30चीर अँधेरों को सूरज ले आएँ...👍चीर अँधेरों को सूरज ले आएँ...👍 संजय भारद्वाज Sanjay Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/15448006088558953695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-34305138436660138252021-04-22T21:47:20.460+05:302021-04-22T21:47:20.460+05:30सकारात्मक सोच और निराशा में आशान्वित करती सुंदर कव...सकारात्मक सोच और निराशा में आशान्वित करती सुंदर कविता। Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-78208624396212991492021-04-22T20:57:27.976+05:302021-04-22T20:57:27.976+05:30घोर परिस्थितियों में उत्साह बढ़ाती बहुत सुंदर सकारा...घोर परिस्थितियों में उत्साह बढ़ाती बहुत सुंदर सकारात्मक रचना...हार्दिक बधाई भाईसाहब। <br /><br /><br />Krishnahttps://www.blogger.com/profile/01841813882840605922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-62204521703358317462021-04-22T18:17:44.719+05:302021-04-22T18:17:44.719+05:30सकारात्मक एवं मनोबल बढ़ाती रचना. मन की निराशा को को...सकारात्मक एवं मनोबल बढ़ाती रचना. मन की निराशा को कोई सूरज चीर कर भगा दे और ऐसी ही भोर ले आए. बहुत सुन्दर रचना, बधाई. मेरे चित्र को बहुत सुन्दर शब्द दिया आपने, आभार.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-81514305676455211442021-04-22T18:13:21.804+05:302021-04-22T18:13:21.804+05:30चीर अंधेरों को, सूरज ले आएँ/आँसू हम पोंछे,जरा मुस्...चीर अंधेरों को, सूरज ले आएँ/आँसू हम पोंछे,जरा मुस्कराएँ.. विपरीत और भयावह परिस्थियों में हौसला बढ़ाती सकारात्मक भाव की प्रभावी कविता।आपकी लेखनी को नमन।सुंदर चित्रांकन हेतु जेन्नी जी को बधाई।शिवजी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/11658195805454614870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-26582802074773780652021-04-22T16:10:51.305+05:302021-04-22T16:10:51.305+05:30सकारात्मक कवितासकारात्मक कविताDr.Mahima Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/14540457985928616369noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-54015820327063744022021-04-22T15:36:43.602+05:302021-04-22T15:36:43.602+05:30सामयिक- सकारात्मक सुंदर कविता। बधाई भैया।सामयिक- सकारात्मक सुंदर कविता। बधाई भैया।dr.surangma yadavhttps://www.blogger.com/profile/02341987635896388089noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-38081002118230851142021-04-22T09:55:38.224+05:302021-04-22T09:55:38.224+05:30विपरीत घड़ी में राहत देती कविता। सादर अभिवादन भैयाविपरीत घड़ी में राहत देती कविता। सादर अभिवादन भैयासविता मिश्रा 'अक्षजा'https://www.blogger.com/profile/16410119759163723925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-21843575625948950962021-04-22T09:12:07.970+05:302021-04-22T09:12:07.970+05:30आज के परिदृश्य पर भावपूर्ण कविता! सच में आज निराशा...आज के परिदृश्य पर भावपूर्ण कविता! सच में आज निराशा के अन्धकार में आशा के सूर्य की प्रतीक्षा है। 'हवा बेरहम है' - ऐसे में हमें आत्मबल एवं सकारात्मक सोच के साथ परिस्थिति का सामना करना है और अन्धकार को पराजित करना है। HYPHENhttps://www.blogger.com/profile/17883919592742541517noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-80641534093337626852021-04-22T08:51:36.724+05:302021-04-22T08:51:36.724+05:30सकारात्मक ऊर्जा मिलती रहे, मुश्किल समय जल्दी बीते।...सकारात्मक ऊर्जा मिलती रहे, मुश्किल समय जल्दी बीते।Anita Mandahttps://www.blogger.com/profile/03558205535588084045noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-31512777332094906512021-04-22T07:37:55.247+05:302021-04-22T07:37:55.247+05:30दुःख में भी गुनगुनाने का आशावादी संदेश लिए अच्छी क...दुःख में भी गुनगुनाने का आशावादी संदेश लिए अच्छी कविता- बधाई। Ramesh Kumar Sonihttps://www.blogger.com/profile/18273144880883311040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-54344764676165350622021-04-22T06:47:20.691+05:302021-04-22T06:47:20.691+05:30इस विकट काल में केवल सकारात्मक और आशावादी रचनाओं क...इस विकट काल में केवल सकारात्मक और आशावादी रचनाओं की अपेक्षा है। आपने साहित्यकार के धर्म को बहुत अच्छे से निर्वहन किया। बहुत सुंदर रचना, हार्दिक साधुवाद।नीलाम्बरा.comhttps://www.blogger.com/profile/05792893886774411412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-56410217743818040082021-04-22T06:42:55.516+05:302021-04-22T06:42:55.516+05:30विपरीत घड़ी है
आँधियाँ चढ़ीं हैं
कोई तो रोको
विपद...विपरीत घड़ी है<br />आँधियाँ चढ़ीं हैं<br />कोई तो रोको <br />विपदा बड़ी है । <br /> <br />हिमांशु भाई की मनोभाव आज के संकट को बखूबी रेखांकित कर रहे हैं । हमें एक दूसरे को संबल देना है । <br /> Vibha Rashmihttps://www.blogger.com/profile/07085561289908241333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-48939502434297015082021-04-22T05:52:13.075+05:302021-04-22T05:52:13.075+05:30शब्दों में मरहम है ,हृदय में आकुलता
कैसे किसे सम...शब्दों में मरहम है ,हृदय में आकुलता <br />कैसे किसे समझाएं - समय मे है निष्ठुरता |<br />आपके शब्दों में बड़ी सांत्वना है |श्याम हिंदी चेतना Shiamhttps://www.blogger.com/profile/03060062025615601779noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-5600971180194548152021-04-22T02:49:45.415+05:302021-04-22T02:49:45.415+05:30सही कहतें हैं आदरणीय, यह समय एक दूसरे की हिम्मत बढ़...सही कहतें हैं आदरणीय, यह समय एक दूसरे की हिम्मत बढ़ाने का है, एक दूसरे का साथ निभाने का है...😊.....प्रीति अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/05992941416009106980noreply@blogger.com