पथ के साथी

Monday, October 12, 2020

1025

 1-प्रीति अग्रवाल ( कनाडा)

 1. ज़िद्दी

 अनजाना शहर

मंज़िलें लापता

ख़्वाहिशें ज़िद्दी -

दर -दर घुमाएँ,

रास्ते भुलाएँ,

हमें हराएँ,

बड़ा थकाएँ,

अपनों की याद में

खूब रुलाएँ....।

काश! कोई आए -

हाथ बढ़ाए,

हमको समेटे,

प्यार जताए,

बिन माँगे दे माफ़ी,

मज़बूती से थामे,

हमें साथ अपने

वापस ले जाए !!!

       -0-

2. मील का पत्थर

 

मील के पत्थर से

रहा न गया

रुआँसा था कल तक

आज रो ही पड़ा...!

-एक तू ही अकेली

है ठहरी यहाँ

बाक़ी किसी को

है  फ़ुर्सत कहाँ..!

भागे फिरते हैं पागल- से

बस भीड़ में

जाना किसको, किधर,

ये खबर है कहाँ..!

जो मेरा ही जश्न

न मनाएँगे वो

पछतावे के सिवा

कुछ न पाएँगे वो..!

मैं तो थक गया

तू ही समझा ज़रा-

"हर लम्हा है मंज़ि

अरे नासमझ,

ये न लौटेगा फिर

इसे ज़ाया न कर।"

-0-

2-संध्या झा 

लक्ष्यभेद 

 

लक्ष्य पर नर टीका

लक्ष्य भेद कर दिखा ।

 

लक्ष्य के लिए जिया 

लक्ष्य पर तूने अपना

 सर्वस्व वार हैं दिया 

 फिर है ऐसी बात क्या ?

 जो डगमगा रहा हूँ

 तू तन में स्पंदन हैं

 और थरथरा रहा है तू 

 मनु की तू संतान हैं

 भगीरथ वंश की तू आन हैं

 तू चाहे तो पर्वत चीर दे 

 सुरसरि को धरा पर खींच ले 

 तो नाम ले एकदंत का 

 और विघ्न का तू नाश कर

 

 लक्ष्य पर नर टिका 

 लक्ष्य भेद कर दिखा ।।    

-0-

 

17 comments:

  1. बेहद सुन्दर अभिव्यक्ति!
    सुंदर सृजन हेतु आदरणीया प्रीति जी और सन्ध्या जी को हार्दिक बधाई।
    सादर!

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    1. आपका हार्दिक धन्यवाद रश्मि जी!

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  2. प्रीती जी ,

    बहुत ही सुंदर हृदय स्पर्शी रचनाएं | जीवन का सच्चा दर्पण है| बधाई -श्याम हिंदी चेतना

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    1. आदरणीय भाई साहब, आपका आशिर्वाद पाकर मैं धन्य हुई। बहुत बहुत आभार!!

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  3. आदरणीय काम्बोज भाई साहब...ईश्वर से प्रार्थना है कि यह सुंदर मंच सदा बना रहे..मेरी रचनाओं को स्थान देने के लिए हार्दिक आभार!

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  4. प्रीति जी बेहद खूबसूरत अभिव्यक्ति ।संध्या झा जी का सुन्दर सृजन।आप दोनों को हार्दिक बधाई ।

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    1. हार्दिक धन्यवाद सुरँगमा जी!:)

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  5. सुंदर अभिव्यक्ति ,मर्मस्पर्शी रचनाएँ ।बधाई प्रीति जी
    संध्या झा जी ख़ूबसूरत सृजन के लिए हार्दिक बधाई ।

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  6. प्रीति जी एवं संध्या जी, आप दोनों ने बहुत सुन्दर और भावपूर्ण रचना का सृजन किया है. आप दोनों को बधाई.

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    1. जेन्नी जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद!

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  7. वाह ! प्रीति जी, अत्यंत सुंदर भाव पूर्ण रचना | बधाई |

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    1. तहे दिल से शुक्रिया सविता जी!!

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  8. उम्दा सृजन के लिए प्रीति जी और संध्या जी को हार्दिक बधाई।

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    1. हार्दिक धन्यवाद कृष्णा जी!

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  9. प्रीति जी एवं संध्या जी को सुंदर भावपूर्ण सृजन के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ

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  10. प्रीती जी को अपनी मर्मस्पर्शी रचना के लिए और संध्या जी को अपनी ओजपूर्ण रचना के लिए बहुत बधाई...|

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