रेनू सिंह
सच्चे लोग चले जाते हैं,
कदमों के निशाँ नहीं मिलते।
उनकी धड़कन में बसे हुए,
यादों के जहाँ नहीं मिलते।
कितना सुन्दर सपना था वो,
अक्सर जो देखा करते थे।
कितना सक्षम भव्य भारत था,
वे हरदम सोचा करते थे।
सुख व शांति के अनमोल बीज,
जहाँ-तहाँ वे उगा कर गए.
प्रेम मार्ग सदा अपनाना,
ये सीख हमें बता कर गए.
घृणा-द्वेष सब कुछ दूर हो,
ऐसा जतन किया करते थे।
क्षमादान ह़ी महादान है,
वे यह सीख दिया करते थे।
अनेक सुनहरी पुस्तकों में,
उनके नाम दोहराए जाएँगें।
जिनकी महान गाथा सुनकर,
हम अपना शीश झुकाएँगे।
स्वर्णिम काल गुजर गया है,
पर आगे नया जमाना है।
दफ़न पड़े सपनों को,
हमें अब जी कर दिखाना है।
-0-
कदमों के निशाँ नहीं मिलते।
उनकी धड़कन में बसे हुए,
यादों के जहाँ नहीं मिलते।
कितना सुन्दर सपना था वो,
अक्सर जो देखा करते थे।
कितना सक्षम भव्य भारत था,
वे हरदम सोचा करते थे।
सुख व शांति के अनमोल बीज,
जहाँ-तहाँ वे उगा कर गए.
प्रेम मार्ग सदा अपनाना,
ये सीख हमें बता कर गए.
घृणा-द्वेष सब कुछ दूर हो,
ऐसा जतन किया करते थे।
क्षमादान ह़ी महादान है,
वे यह सीख दिया करते थे।
अनेक सुनहरी पुस्तकों में,
उनके नाम दोहराए जाएँगें।
जिनकी महान गाथा सुनकर,
हम अपना शीश झुकाएँगे।
स्वर्णिम काल गुजर गया है,
पर आगे नया जमाना है।
दफ़न पड़े सपनों को,
हमें अब जी कर दिखाना है।
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bahut sundar
ReplyDeleteमहापुरुषों ने आदर्श भारत की कल्पना की थी...
ReplyDeleteदेश के भावी कर्णधारों को उनका सपना सच कर दिखाना है...
सुन्दर भाव की रचना के लिए रेणु जी को हार्दिक बधाई !!
सुंदर रचना
ReplyDeleteबधाई
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteसुन्दर भावों से भरी बहुत सुन्दर कविता ..बधाई ..बहुत शुभ कामनाएँ !!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (28-04-2014) को "मुस्कुराती मदिर मन में मेंहदी" (चर्चा मंच-1596) पर भी होगी!
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
उम्दा, बेहतरीन !!
ReplyDeleteबहुत बढिया..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और भावपूर्ण रचना के लिए रेणु जी को बधाई.
ReplyDeleteस्वर्णिम काल गुजर गया है,
ReplyDeleteपर आगे नया जमाना है।
दफ़न पड़े सपनों को,
हमें अब जी कर दिखाना है।
sunder likha hai
rachana
एक आशावादिता झलकती है इन पंक्तियों में...| कुछ कुछ `बीति ताहि बिसार दे , आगे की सुध ले...' जैसी प्रेरक भावना हैं इनमे...| एक सुन्दर, भावपूर्ण रचना...जो स्वर्णिम अतीत से एक उज्जवल भविष्य तक की यात्रा पर ले जाती है...|
ReplyDeleteबधाई...|
आप सबका बहुत धन्यवाद।
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