आती न पातीहूक -सी उठ तेरीयाद रुलाती...Dil ko jhkjhordene vaala haiku...सागर पारबिन कश्ती कठिनज्यों इन्तज़ार।Bahut khubsurat...जीवन-साँझसिमट गई धूपबची है रात।jeevn ko saanjh ke saath jodkar uska pura hi art samjha diya hai chhote se haiku ne...bahut2 badahi..
बेहतरीन प्रस्तुती.....
रात बची पर बात बची है..
जीवन-साँझसिमट गई धूपबची है रात। \ सभी हाईकु बहुत कमाल के हैं। मै भी जल्दी ही आती हूँ फिर उसी फार्म मे और भेजती हूँ कुछ हाइकु। शुभकामनायें।
khubsurat prstuti....
आदरणीय महोदय बहुत सुन्दर हाइकू हैं जीवन संध्या का चित्रण्र कमाल का है बधाई
आती न पाती
ReplyDeleteहूक -सी उठ तेरी
याद रुलाती...
Dil ko jhkjhordene vaala haiku...
सागर पार
बिन कश्ती कठिन
ज्यों इन्तज़ार।
Bahut khubsurat...
जीवन-साँझ
सिमट गई धूप
बची है रात।
jeevn ko saanjh ke saath jodkar uska pura hi art samjha diya hai chhote se haiku ne...bahut2 badahi..
बेहतरीन प्रस्तुती.....
ReplyDeleteरात बची पर बात बची है..
ReplyDeleteजीवन-साँझ
ReplyDeleteसिमट गई धूप
बची है रात। \ सभी हाईकु बहुत कमाल के हैं। मै भी जल्दी ही आती हूँ फिर उसी फार्म मे और भेजती हूँ कुछ हाइकु। शुभकामनायें।
khubsurat prstuti....
ReplyDeleteआदरणीय महोदय
ReplyDeleteबहुत सुन्दर हाइकू हैं
जीवन संध्या का चित्रण्र कमाल का है
बधाई