सीमा स्मृति
सर्दी का अर्थ,
गरम रजाई में
कविता करते शब्दों में नहीं, ठिठुरता,
ए सी कारों के दरवाजों से नहीं झाँकता,
शरीरों की गर्मी से नहीं मिटता,
सर्दी के लिए सरकारी इंतज़ामों की डींगों से नहीं, ढकता
सर्दी का अर्थ,
भूखे पेट
सूखे बदन,
बिना छप्पर,
फटी शाल लिये,
सुबह अखबार और इंटरनेट के किसी कोने में
'शीत लहर से पाँच की मृत्यु '
सिर्फ़ अपने अर्थ खोजता है।
-0-
waah!bahut sundar....
ReplyDeleteयह ख़बर हम लोगों को शर्म में क्यों नहीं डुबा जाती है।
ReplyDeletethough words are very well picked up,but i felt too much warmth out of it. poetry when,creats method of cheaselling, then, shape has to come what ever it may be. Again your name is itself a poetry.
ReplyDeleteachcha hai
ReplyDeletebahut sundar!! Man ko chhu gaya apki kavita ka bhav!!!
ReplyDeleteHardik dhanyavad!!