23 जनवरी 2023 को कोलकाता के प्रेस क्लब में ‘विश्व हिंदी लघुकथा संग्रह’ ( बांग्ला) का लोकार्पण हुआ। बांग्ला की प्रतिभावान् मौन साहित्य साधिका और समाजसेविका श्रीमती बेबी करफोरमा द्वारा अनूदित विश्व के हिंदी लघुकथाकारों के इस संग्रह का लोकार्पण श्रीमती वितस्ता घोषाल और अधीर विश्वास के कर कमलों से हुआ। श्रीमती बेबी करफोरमा ने बताया कि इस संग्रह में सौ से ज्यादा देश- विदेश के लेखकों की हिंदी में लिखी डेढ़ सौ से अधिक रचनाएं संकलित और अनूदित हैं। यह अनुवाद पूरा करने के लिए उन्हें वर्ष भर से ज्यादा समय लगा। आज हिंदी में लघुकथा ने आम और खास पाठकों की मनचाही विधा बन चुकी है। अल्प शब्दों में जीवन का बड़े से बड़ा सत्य उजागर करने में सक्षम, लघुकथा के क्षेत्र में बांग्ला भाषा में अपेक्षाकृत कम काम होने के कारण बेबी
करफरमा ने यह अभिनव कार्य करने का बीड़ा उठाया। आशा है इस संग्रह से बांग्ला के रचनाकारों और पाठकों को मौजूदा दौर में हिन्दी में लिखी रचनाओं से रुबरु होने का मौका मिलेगा। इस पुस्तक के प्रकाशन से नए लेखकों को अणुगल्प( लघुकथा) लिखने की प्रेरणा मिलेगी। इस पुस्तक के लोकार्पण के अवसर पर श्री अनिल आचार्य, श्री रतन राय, श्री सुव्रत मंडल, श्री संजीव चौधरी आदि उपस्थित थे।
1- सुब्रता मंडल सी इ ओ ('बइयेर हाट), 2-रतन रे चौधुरी, 3-अनिल
आचार्य , बितस्ता
घोषाल( प्रकाशक_'भाषा संसद'), अधीर बिस्वास
सम्पादक 'गांचील'
0- सगृहीत कुछ लेखक -
-0-
मीडिया में चर्चा के लिए निमलिखित को क्लिक कीजिए-
इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए बेबी करफोरमा जी एवं सभी लघुकथाकारों को बहुत-बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDelete