लहरा
लो तिरंगा प्यारा
डॉ0 सुरंगमा
यादव
देश
है अपना सबसे प्यारा
इसकी
माटी चंदन है
हर
उपवन वृंदावन है
भारत
माँ का उन्नत भाल
कहता
सुन लो मेरे लाल !
धरती
से अम्बर तक
लहरा
लो तिरंगा प्यारा
शान
देश की अमर रहे
सीना
ताने वीर कहें-
शीश
सुमन से कर दें अर्पित
चहुँ
दिशि गूँजे यह
जय गान
लहरा
लो तिरंगा प्यारा
समता
अपना प्यारा मंत्र
दुश्मन
का हम हर षड्यंत्र
पल
में चकनाचूर करें
राष्ट्रभाव
से मिलकर सारे
लहरा
लो तिरंगा प्यारा
कण-कण
में बसते हैं राम
सबसे
प्यारा भारत धाम
नैसर्गिक
सुषमा अभिराम
पंछी
गाते हैं अविराम
लहरा
लो तिरंगा प्यारा
ReplyDeleteकण-कण में बसते हैं राम
सबसे प्यारा भारत धाम
नैसर्गिक सुषमा अभिराम
पंछी गाते हैं अविराम
देश-प्रेम के रस में पगा सुन्दर सृजन सुरंगमा जीl
सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई !
देश प्रेम में डूबी सुंदर सार्थक कविता, सुरँगमा जी बधाई और सबको गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!! जय हिन्द!!
ReplyDeleteदेश प्रेम और इसके प्राकृतिक सौंदर्यबोध की सुन्दर रचना के लिए सुरंगमा जी को बधाई । गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं भी ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना सुरंगमा जी। गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteदेश प्रेम की भावना से ओतप्रोत बहुत सुंदर कविता ।बधाई सुरंगमा जी ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर कविता! हार्दिक बधाई डॉ. सुरंगमा जी!
ReplyDelete~सादर
अनिता ललित
देश प्रेम की भावना से ओतप्रोत कविता बहुत सुन्दर रचना है डॉ सुरंगमा जी आपको हार्दिक बधाई |सभी को गणतंत्र दिवस की ढेरों शुभकामनाएं |
ReplyDeleteसुंदर सृजन सुरंगमा जी
ReplyDeleteबधाइयाँ
आप सभी का हृदय तल से आभार ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर, मेरी बधाई
ReplyDelete