सच्चा जश्न (गीत) मात्रा-भार 16-14
डॉ.पूर्णिमा राय,अमृतसर।
आज़ादी का दिवस सुहाना नई उमंगे लाया है।
भारत की माटी के रँग में जग को रंगने आया है।।
गीत तराने गूँज रहें हर गली-गली चौबारे में
आज़ादी का भाषण देते नेता हर गलियारे में
रंग तिरंगा खिलता तन पर मन में जोश समाया है।।
नवयुग में नई सोच से भारत आगे कदम बढ़ायेगा
गौरवशाली देश तिरंगा दुनिया में लहराएगा
प्रेम-समर्पण दया-धर्म भारत का सबको भाया है।।
छोड़ गये जो यादें अपनी उन वीरों को नमन करें
वीरों के परिवारों के हम मिलकर रिसते जख्म भरें
खुशियाँ देकर कहे ‘पूर्णिमा’ सच्चा जश्न मनाया है।।
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सुन्दर भावों भरा 'सच्चा जश्न'!
ReplyDeleteबहुत बधाई पूर्णिमा जी !!
आभार ज्योति जी...
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई...
आभार ज्योति जी...
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई...
बहुत सुंदर रचना।
ReplyDeleteहार्दिक बधाई पूर्णिमा जी !!