पथ के साथी

Tuesday, May 17, 2016

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1-देह नेह की बातें
ज्योत्स्ना प्रदीप

देह-नेह की बात करो ना
बाहों का सहारा दे दो
चाँद की आभा सभी लूटते
मुझको बस तारा दे दो
नदियों ने छुपा ली जवानी
न सागर ने मन की  जानी
मेघों की न कीअभिलाषा
मुझको एक धारा दे दो ।

सुना - प्रेम धधकती अगन है
बको इसी की लगन है
महा अनल से लेना है क्या?
मुझको इक अंगारा दे दो ।

घर की चाह में भटके किधर
जाना कभी मेरे भी नगर
प्यार की ईंटे लिये खड़ी हूँ
विश्वास का गारा दे दो ।
-0-
2-इन्दु गुलाटी

परदों से झाँकती ज़िदगी
अनंत संभावनाओं की तलाश में
जैसे तैयार हो रही हो
एक सफल उड़ान भरने को...
एक परितृप्त श्वास से भरपूर
और नवीन सामर्थ्य से परिपूर्ण
ये उठी है नया पराक्रम लेकर
नवजीवन के प्रारम्भ का विस्तार छूने।
परिधियों से बाहर आने की आतुरता
आसक्ति नहीं, प्रतिलब्धता
समीक्षा नहीं,अनंतता
विस्तारित व्योम को बस छू लेने की लालसा.....
परदों से झाँकती ज़िन्दगी।।



14 comments:

  1. ज्योत्स्ना प्रदीप सुंदर प्रतीकात्मक गीत .
    प्यार की ईंटे लिये खड़ी हूँ
    विश्वास का गारा दे दो ।
    जीवन दर्शन का सार इन पंक्तियों में लाजवाब है .
    इन्दु गुलाटी जी होंसलों को उड़ान देती सुंदर कविता .
    आप दोंनों को बधाई .

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  2. बहुत सुंदर कविताएँ । ज्योत्स्नाजी ,इन्दुजी बधाई।

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  3. विश्वास का गारा...सहज ,सरल भाषा में बेहद ख़ूबसूरत रचना ! हार्दिक बधाई ज्योत्स्ना जी
    सुंदर ,सकारात्मक रचना इन्दु जी बहुत बंधाई !!

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  4. बहुत सुंदर कविताएँ ज्योत्स्ना जी व इंदु जी बधाई |
    पुष्पा मेहरा

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  5. प्रोत्साहन के लिए आप सब का बहुत बहुत आभार।

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  6. प्रोत्साहन के लिए आप सब का बहुत बहुत आभार।

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  7. ज्योत्सना जी की देह नेह की बातें और इंदु जी की पर्दों से .....सुंदर भावपूर्ण लगी बधाई ।

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  8. अति सुंदर कविताएँ.... ज्योत्स्ना जी, इन्दु जी बधाई।

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  9. ज्योत्सना जी ,इन्दु जी बहुत सुन्दर लगी आप दोनों की कवितायें । शब्द संयोजन बहुत उत्तम बन पड़ा है इन्दु जी आप की कविता में । बधाई । देह - नेह में नन्ही सी कामना का सुन्दर चित्रन हुआ है -महा अनल से क्या लेना मुझ को इक अंगार दे दो ।वाह ! बधाई ज्योत्सना जी ।

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  10. बहुत सुंदर कविताएँ ज्योत्स्ना जी व इंदु जी बधाई |

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  11. परदों से झाँकती ज़िन्दगी ...सुंदर भावपूर्ण लगी बधाई इंदु जी!!

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  12. परदों से झाँकती ज़िन्दगी ...सुंदर भावपूर्ण लगी बधाई इंदु जी!!

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  13. भैया जी का साथ ही आप सभी का प्रोत्साहन के लिए बहुत- बहुत आभार।!!!

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  14. प्यारी सी कविताओं के लिए आप दोनों को बहुत बधाई...|

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