1-प्रदीप कुमार शर्मा
1-इंतज़ार
सुबह से रात
सरहद पर खड़ा है वो
लिये
औरों की नींदों की सौगात
जबकि धुल गया
काजल
उसके इंतज़ार में
दो जागती
आँखों का !
-0-
2-राष्ट्र
का गुरूर
एक सरहद
देशभक्ति को पार करती हद
जिसमें सर
झुकता नहीं
कटाना मंज़ूर है
एक वीर
राष्ट्र का गुरूर है |
-0-
प्रदीप कुमार शर्मा
जन्म:
दिल्ली
शिक्षा:
एम. ए( हिन्दी),
एम. बी . ए
सम्प्रति: हिंदी अनुवादक ( सूबेदार मेजर ),सी. आर .पी. एफ
-0-
2-ज्योत्स्ना प्रदीप
1
आज़ाद हैं हम ,
अपना संविधान है,
फिर भी कुछ कमी हैं -
जो कर गए देश हवाले अपने
उनकी यादें.. दिल में
बर्फ सी जमीं हैं ,
आओ !उन यादों को
कुछ इस तरह
पिघलाएँ
कि अँधेरे भी..
रौशनी के गीत गाएँ ।
-0-
!उन यादों को
ReplyDeleteकुछ इस तरह पिघलाएँ
कि अँधेरे भी..
रौशनी के गीत गाएँ ।.....
बहुत सुंदर!!!
प्रदीप जी व् ज्योत्सना जी दोनो की रचनाएँ भावपूर्ण, बधाई
!उन यादों को
ReplyDeleteकुछ इस तरह पिघलाएँ
कि अँधेरे भी..
रौशनी के गीत गाएँ ।.....
बहुत सुंदर!!!
प्रदीप जी व् ज्योत्सना जी दोनो की रचनाएँ भावपूर्ण, बधाई
ज्योत्स्नाजी ,प्रदीपजी बहुत सुंदर रचनाएँ ।
ReplyDeleteज्योत्स्नाजी ,प्रदीपजी बहुत सुंदर रचनाएँ ।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया रचनाएं ज्योत्स्ना प्रदीप जी...बधाई!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचनाएं ...बधाई प्रदीप शर्मा जी!
ReplyDeleteदेशभक्ति पर आधारित अवसर के अनुकूल कविताएँ सुंदर हैं,प्रदीप जी वा ज्योत्स्ना जी को बधाई|
ReplyDeleteपुष्पा मेहरा
सुन्दर पंक्तियाँ।
ReplyDeletebahut achha likha meri badhai..
ReplyDeleteदेश भक्ति से साराबोर भावों की रचनाये मन को छू गई।उसके इन्तजार में ... और राष्ट्र का गरूर ।बहुत सुन्दर लगी बधाई प्रदीपकुमार शर्मा जी ।ज्योत्सना जी आप की यह पंक्तियाँ बहुत सुन्दर लगीं ...उन यादों को कुछ इस तरह पिघलायें कि अन्धेरे भी रौशनी के गीत गायें ।जिन की कुरवानियों के कारण आज हम आजादी में साँस ले रहे हैं ।उन की यादो के दीये अखण्ड जलते रहने चाहिये । बहुत अच्छी बात कही ।बधाई ।
ReplyDeleteबहुत बहुत सुन्दर ,प्रभावी प्रस्तुति ...ऐसे भावों से भरी रचनाएँ मन को आह्लादित करती हैं ...दोनों रचनाकारों को सादर नमन !!
ReplyDeleteबेहतरीन रचनाओं के लिए बहुत बधाई...|
ReplyDeleteहमेशा की तरह मेरा उत्साहवर्द्धन किया है...|
ReplyDeleteतहे दिल से शुक्रिया...|
हृदय से आभार आदरणीय हिमांशु जी का..मुझे यहाँ स्थान दिया साथ ही आप सभी रचनाकारों ने मेरा उत्साहवर्धन किया .....
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