( मैत्री दिवस पर विशेष)
-अनिता ललित
गूगल से साभार |
दोस्ती के विस्तृत नभ में
आओ चमकें हम
मिल कर साथ !
दूर करें अँधेरा
एक-दूजे के जीवन का !
आओ चलें हम साथ !
बाँटे खुशियाँ
कर लें दुगुनी,
ग़म बाँट कर
कर लें आधा!
मुश्किलों का करें सामना
आओ! थाम कर हाथ!
तेरी आँख के आँसू
अपनी आँखों में
भर लूँ मैं,
अपनी मुस्कानें
भी दूँ वार
तेरी एक हँसी के बदले!
काँटों भरे इस जीवन में-
आओ! मिल-बाँटें हम
निश्छल प्रेम-सौगात।
ग़म के बादल
गहरे-काले,
मुश्किल सारी राहें हों जब -
भरके मुट्ठी में
इन्द्रधनुष मुस्कानों के उजाले,
बिखरा दें !
और दें हर तम को मात।
धूप कड़ी,
हालात में झुलसे
जब ये मन,
हाथ छुड़ालें
अपने भी जब !
बन जाएँ मरहम-
नेह-बूँदें छलकाएँ,
छाले सहलाएँ,
आओ! जीवन भर बरसाएँ
प्यार अपार !
हो ऐसी अपनी दोस्ती-
कि बने मिसाल !
थमे न कभी
ये प्यार और विश्वास की
शीतल बरसात !!!
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अनिता जी बहुत खूबसूरत कविता।मैत्री दिवस की शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteतेरी आँख के आँसू
अपनी आँखों में
भर लूँ मैं,
अपनी मुस्कानें
भी दूँ वार
तेरी एक हँसी के बदले!
सुंदर बाल कविता
ReplyDeletemaetri ki vyaapktii darshaati hui marm sprshi kvita
ReplyDeletebadhai .
मित्रता दिवस ki mahak se sabhi mahake .
बहुत सारगर्भित रचना !! अनेक शुभकामनायें आपको !!
ReplyDeleteबहुत प्यारी भावपूर्ण कविता! मैत्री दिवस की शुभकामनाएं अनीता जी!
ReplyDeleteसुंदर ,मधुर भावों भरी बहुत प्यारी कविता अनिता जी ...और आपकी मित्रता भी !
ReplyDeleteमित्रता दिवस पर बहुत - बहुत शुभ कामनाएँ !
सुन्दर संदेशपरक कविता,
ReplyDeleteमित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
भावपूर्ण सुन्दर कविता
ReplyDeleteअनिता जी सही कहा कि ग़म बाँटने से
आधे और खुशियाँ दुगुनी हो जाती हैं।
मैत्री दिवस की शुभ कामनाएँ ।
अनिता जी बहुत खूबसूरत कविता।मैत्री दिवस की शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteआप सभी का ह्रदय से आभार !
ReplyDeleteहम सबके बीच मित्रता का गुलदस्ता यूँ ही महकता रहे इन्हीं शुभकामनाओं के साथ ! :-)
~सादर/सप्रेम
अनिता ललित
maitri divas par bahut sunder kavita likhi hai. maitri divas ham sabake jeevan mein mehandi ke rang ki tarah rach jaye isi kamana ke sath
ReplyDeleteanita ji apako badhai.
pushpa mehra
दोस्ती के भावों की सुन्दर अभिव्यक्ति ।मित्रता दिवस की मेरी ओर से भी आप सब रचना कारों को वधाई ।यह कारवाँ मैत्री का यूं ही चलता रहे बाँट कर सुख दुख अपना ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और प्यारी कविता अनीता जी ....मैत्री दिवस की शुभकामना
ReplyDeleteअनीता जी, बहुत भावपूर्ण रचना, बस सच्ची मैत्री जैसी मीठी |
ReplyDeleteशशि पाधा
कर लें आधा मुश्किलों का करें सामना ....बेहद भावपूर्ण पंक्तियाँ हैं |अनिता जी हार्दिक बधाई |
ReplyDeleteआप सभी का हृदय से आभार!
ReplyDelete~सादर
अनिता ललित
अनीता जी, इस सुन्दर कविता के लिए बहुत बधाई...|
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