बहुत सुंदर मीठी आवाज में प्रस्तुति...पश्चिम में सूरज डुबता है...हमारे बच्चे कहाँ पाएँगे सोंधी खुश्बु की माटी नहीं पाएँगे वेसंयुक्त परिवार की परिपाटीडॉ सुधा ओम ढींगरा जी को हार्दिक बधाई!!
बहुत सुरीली आवाज़ ... और उतने ही सुरीले भाव लिए दिल को छू गयी कविता !सुधा जी को हार्दिक बधाई !:)~सादर!!!
बहुत सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति!मधुर और कर्णप्रिय भी!
Sudhasji ki shabdavali vaisi bhi mitti ki saundhi saundhi khushboo liye hoti hai
बहुत सुंदर मीठी आवाज में प्रस्तुति...
ReplyDeleteपश्चिम में सूरज डुबता है...
हमारे बच्चे कहाँ पाएँगे
सोंधी खुश्बु की माटी
नहीं पाएँगे वे
संयुक्त परिवार की परिपाटी
डॉ सुधा ओम ढींगरा जी को हार्दिक बधाई!!
बहुत सुरीली आवाज़ ... और उतने ही सुरीले भाव लिए दिल को छू गयी कविता !
ReplyDeleteसुधा जी को हार्दिक बधाई !:)
~सादर!!!
बहुत सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति!
ReplyDeleteमधुर और कर्णप्रिय भी!
Sudhasji ki shabdavali vaisi bhi mitti ki saundhi saundhi khushboo liye hoti hai
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