नाम: डा. हरदीप कौर संधु
जन्म: बरनाल़ा (पंजाब)
सम्प्रति: पिछले छह-सात साल से सिडनी (आस्ट्रेलिया) में प्रवास ।
शिक्षा:पी.एच-डी.( बनस्पति विज्ञान)
कार्य : अध्यापन
रुचि:हिन्दी-पंजाबी दोनों भाषाओं का साहित्य पढ़ना, कविता-कहानी लेखन, पेंटिंग, शिल्प कला।
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भारतीय नारी
निभाती है
ऊँची पदवियों से भी
ऊँचे रिश्ते
कभी बेटी ....
कभी माँ बनकर
या फिर किसी की पत्नी बनकर
फिर भी मर्द
ये सवाल क्यों पूछे -
कैसे बढ़ जाएगी
उम्र मेरी ?
तेरे रखे व्रतों से ?
अपनी रक्षा के लिए
अगर आज भी तुम्हें
बाँधना है धागा
इस इक्कीसवीं सदी में
तेरा जीने का क्या फ़ायदा ?
सुन लो....
ओ भारतीय मर्दो
यूँ ही अकड़ना तुम छोड़ो
आज भी भारतीय नारी
करती है विश्वास
नहीं-नहीं....
अन्धा विश्वास
और करती है
प्यार बेशुमार-
अपने पति
बेटे या भाई से ।
जिस दिन टूट गया
यह विश्वास का धागा
व्रतों से टूटा
उस का नाता
कपड़ों की तरह
पति बदलेगी
फिर भारतीय औरत
जैसे आज है करती
इश्क़ पश्चिमी औरत
न कमज़ोर
न अबला-विचारी ।
मज़बूत इरादे रखती
आज भारत की नारी
धागे और व्रतों से
रिश्तों की गाँठ
और मज़बूत वह करती
जो जल्दी से नहीं खुलती,
प्यार जताकर
प्यार निभाती
भारतीय समाज की
नींव मजबूत बनाती ।
दो औरत को
उसका प्राप्य सम्मान
नहीं तो.....
रिश्तों में आई दरार
झेलने के लिए
हो जाओ तैयार !!
डॉ हरदीप कौर सन्धु
जो जल्दी से नहीं खुलती,
प्यार जताकर
प्यार निभाती
भारतीय समाज की
नींव मजबूत बनाती ।
दो औरत को
उसका प्राप्य सम्मान
नहीं तो.....
रिश्तों में आई दरार
झेलने के लिए
हो जाओ तैयार !!
डॉ हरदीप कौर सन्धु
परस्पर प्यार और सौहार्द्र ही तो हमारी सभ्यता और संस्कृति की पहचान है।
ReplyDeleteहिन्दी का प्रचार राष्ट्रीयता का प्रचार है।
हिंदी और अर्थव्यवस्था, राजभाषा हिन्दी पर, पधारें
ज़िन्दगी की सच्चाई को बहुत ही सुन्दर रूप से आपने शब्दों में पिरोया है! उम्दा प्रस्तुती!
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति।
ReplyDeleteहंसना ज़रूरी है क्यूंकि …हंसने से सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है।
वाह जी वाह्……………क्या खूब लिखा है ………………सही चेतावनी दी है।
ReplyDeleteबहुत सटीक लेखन ....सुन्दर और चेतावनी देती रचना
ReplyDeleteहरदीप जी,
ReplyDeleteआप की प्रस्तुति सत्य के बहुत करीब है। पर आजकल हालात सुधर रहे हैं। पुरुष वर्ग नारी शक्ति को पहचान उसे और सशक्त बनने में सहायक बन रहा है।
बहुत ही सुन्दर अच्छी प्रस्तुति।
ReplyDeleteबहुत ही उर्जावान तथा समाज को एक दिशा दिखाती हुई सुन्दर रचना ......बधाई ...
ReplyDeleteriste ki pahchana ko sahi shabdon men men dhala ha aapne..
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