बीवी बोली- मैं मर गई तो दूसरी शादी कर लोगे ?
मैँ बोला-जो तुम मर गई तो मैँ पागल हो जाऊँगा
और पागल का क्या है भरोसा,वो कुछ भी कर सकता है .
-अमीर मुमकिन सहारनपुरी
(यह त्रिपदी हिन्दी -उर्दू के मशहूर कवि आदिल रशीद जी ने उपलब्ध कराई है)
पथ के साथी
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सही कहा है आपने! बीवी के मर जाने से अगर कोई पागल हो गया तो वो भला क्या कर सकेगा!
ReplyDeleteअच्छी रचना.धन्यवाद.
ReplyDeleteसुन बीवी बोली .....
ReplyDeleteपरन्तु मैं (बीवी) यह पागलपन ( दूसरी शादी का ) हरगिज़ नहीं करूँगी क्योंकि मैने तो उमर भर आप ही को पागलों की तरह चाहा है और बाद में भी इसी तरह चाहती रहूँगी।
आपको एवं आपके परिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteमजेदार
ReplyDeleteBahut sahi kaha hai..
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