पथ के साथी

Friday, January 1, 2010

नववर्ष!


कमला निखुर्पा

लाए
आपके
जीवन में,
उन्नति
उत्कर्ष ।
हर हाथ को
थमा कर
कलम,
जगाएँ
सुप्त अनुभूतियाँ
बिखरे
हर चेहरे पर
खुशियाँ
उँगली पकड़कर
दिखाएँ
क्षितिज पर
चमकता
बादलों से निकलता
हिमांशु ।
- कमला निखुर्पा

4 comments:

  1. आप एवं आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ.

    सादर
    समीर लाल

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  2. ... सुन्दर रचना !!!

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  3. आत्मा से जो शब्द निकलते हैं , वे ॠचाओं की तरह पावन होते हैं ।

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