रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
वाह,कोमल अनुभूतियों की सरस अभिव्यक्ति।बहुत सुंदर कविता।सादर प्रणाम।
अत्यंत भावपूर्ण.. सार्थक सुन्दर कविता सर 🌹🙏💐
बहुत सुन्दर सर ! आपके रचनात्मक वैशिष्ट्य के तौर पर प्रेम विषय को रेखांकित किया जा सकता है ,जैसा मैने आपको पढ़ा है, उसके आधार पर ।
कोमल भावों की अतिसुन्दर अभिव्यक्ति! सादर नमन!~सादर अनिता ललित
पावन प्रेम का सुन्दर चित्रण। बधाई भैया।
भावपूर्ण सुंदर अभिव्यक्ति। बधाई। सुदर्शन रत्नाकर
बहुत ही सुन्दर
प्रेमिल भावों की संवेदनशीलता गहन पीड़ा की सुन्दर अभिव्यक्ति । बधाई हिमांशु भाई । विभा रश्मि
और हल्का /हो गया मन /पीर का स्पर्श पाकर ... बहुत ही सुंदर अनुभूति हृदयस्पर्शी रचना नमन गुरुवर बधाई
बाँट दें सर्वस्व किसकोव्याकुक बादल से फिरे हम.....बेहद शानदार, अनुकरणीय नवगीत आदरणीय भैया
हृदयस्पर्शी , अति सुंदर अभिव्यक्ति। धन्यवाद आदरणीय
दिल की गहराइयों तक उतरते नवगीतों के लिए बहुत बहुत बधाई
वाह,कोमल अनुभूतियों की सरस अभिव्यक्ति।बहुत सुंदर कविता।सादर प्रणाम।
ReplyDeleteअत्यंत भावपूर्ण.. सार्थक सुन्दर कविता सर 🌹🙏💐
ReplyDeleteबहुत सुन्दर सर ! आपके रचनात्मक वैशिष्ट्य के तौर पर प्रेम विषय को रेखांकित किया जा सकता है ,जैसा मैने आपको पढ़ा है, उसके आधार पर ।
ReplyDeleteकोमल भावों की अतिसुन्दर अभिव्यक्ति! सादर नमन!
ReplyDelete~सादर
अनिता ललित
पावन प्रेम का सुन्दर चित्रण। बधाई भैया।
ReplyDeleteभावपूर्ण सुंदर अभिव्यक्ति। बधाई। सुदर्शन रत्नाकर
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर
ReplyDeleteप्रेमिल भावों की संवेदनशीलता गहन पीड़ा की सुन्दर अभिव्यक्ति । बधाई हिमांशु भाई ।
ReplyDeleteविभा रश्मि
और हल्का /हो गया मन /पीर का स्पर्श पाकर ... बहुत ही सुंदर अनुभूति
ReplyDeleteहृदयस्पर्शी रचना
नमन गुरुवर
बधाई
बाँट दें सर्वस्व किसको
ReplyDeleteव्याकुक बादल से फिरे हम.....बेहद शानदार, अनुकरणीय नवगीत आदरणीय भैया
हृदयस्पर्शी , अति सुंदर अभिव्यक्ति। धन्यवाद आदरणीय
ReplyDeleteदिल की गहराइयों तक उतरते नवगीतों के लिए बहुत बहुत बधाई
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