डॉ. सुरंगमा यादव
तिरंगा प्यारा है
स्वाभिमान हमारा
इसकी खातिर मिट जाएँ
सौभाग्य हमारा है
सरहद पर लहराता है
शत्रु सदा घबराता है
वीर जवानों के तन-मन का
भूषण प्यारा है
हर घर ये लहराएगा
कोटि कंठ जय गाएगा
इसके रंग में रँगा हुआ
भूमण्डल सारा है
प्रेम-सुधा बरसाता है
सबको गले लगाता है
एक सूत्र में हमको बाँधे
जन-गण दुलारा है।
बेहतरीन रचना, स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
ReplyDeleteसुंदर कविता।
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
सादर
देश के राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सुंदर भावनाओं का प्रकटाव। - परमजीत कौर 'रीत'
ReplyDeleteसुंदर रचना सुरँगमा जी! स्वतंत्रता दिवस की सबको शुभकामनाएँ!!
ReplyDeleteवाह्ह्ह अत्यंत सुंदर 🌹🌹🌹🌹🙏
ReplyDeleteजय हिंद
ReplyDeleteअमृत महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ । अपने तिरंगे ध्वज पर हमें अभिमान है ।बहुत सुन्दर कविता की बधाई ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर कविता। बधाई। सुदर्शन रत्नाकर
ReplyDeleteबहुत सुंदर! स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDelete~सादर
अनिता ललित
सुन्दर ओजपूर्ण कविता के लिए बहुत बधाई
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