पथ के साथी

Thursday, July 7, 2022

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 रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'




18 comments:

  1. http://nilambara.shailputri.in/07 July, 2022 08:06

    बहुत सुन्दर

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  2. बेहतरीन सर ! हार्दिक शुभकामनाएँ ।

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  3. अंतर्मन की यह भाषा एवं संवेदनाएँ.. वास्तवमें अत्यंत सुंदर है सर 🌹🙏🙏🙏🌹🌹🌹💐💐

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  4. सुन्दर एवं भावपूर्ण ! हार्दिक बधाई !!

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  5. बहुत सुंदर ,भावपूर्ण अभिव्यक्ति। सुदर्शन रत्नाकर

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  6. बहुत भावपूर्ण
    बधाई

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  7. भावपूर्ण कविता है सर👏

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  8. बहुत सुंदर, भावपूर्ण।
    हार्दिक बधाई गुरुवर को।

    सादर

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  9. बहुत सुंदर भावपूर्ण कविता!

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  10. संवाद सारे मौन हैं / पाती कभी आती कहाँ.. वाह ! बहुत सुंदर गीत
    -मंजु मिश्रा
    www.manukavya.wordpress.com

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  11. भाई जी ,
    कविता में लगता है मेरी अपनी कहानी है | बहुत ही मार्मिक ,करुणामय और जीवन की वास्तविकता से परिपूर्ण | आँखों में आंसू आ गये | श्याम हिंदी चेतना

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  12. फिर-फिर अतीत की ओर लौटते भावाकुल मन की सुंदर अभिव्यक्ति।सादर प्रणाम

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  13. सम्वेदनाओं की अति सुंदर अभिव्यक्ति, धन्यवाद आदरणीय!

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  14. बहुत ही सुंदर 🙏

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  15. जीवन के यथार्थ को दिखलाती कविता. बहुत सुन्दर और भावपूर्ण. बधाई काम्बोज भैया.

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  16. बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति। अंतर्मन को छू गई।

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  17. बहुत खूबसूरत,, भावपूर्ण सृजन के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय भाईसाहब जी।---परमजीत कौर 'रीत'

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  18. ह्रदयस्पर्शी एवं भावपूर्ण रचनाएं!!

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