ज्योत्स्ना प्रदीप
(जयकरी/ चौपई छन्द/
विधान~चार चरण,प्रत्येक चरण में 15 मात्राएँ,अंत
में गुरु लघु।दो-दो चरण समतुकांत।)
धरती जीवन का आधार।
धरती पर मानव - परिवार ।।
जीव - जंतु की भू ही मात।
धर्म - कर्म कब देखे
जात।।
झील, नदी,
नग ,उपवन,खेत ।
हिमनद, मरुथल
, सागर,रेत ।।
हिना रंग की मोहक भोर।
खग का कलरव नदिया शोर।।
करे यहाँ खग हास -
विलास ।
अलि ,तितली
की मधु की प्यास।।
तारों के हैं दीपित वेश।
सजा रहे रजनी के
केश।।
नभ में शशि -रवि के
कंदील।
चमकाते धरती का शील।।
युग बदला मन बदले भाव ।
मानव के अब बदले चाव
।।
हरियाली के मिटे
निशान ।
वन , नग
काटे बने मकान ।।
मानव के मन का ये
खोट ।
मही -हृदय को देता
चोट ।।
मत भूलो हम भू
- संतान ।
करो सदा सब माँ
का मान।।
हरियाली का कर
फैलाव ।
चलो भरें हम भू
के घाव।।
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हिना रंग की मोहक भोर।
ReplyDeleteखग का कलरव नदिया शोर।
अच्छी रचना - बधाई |
हार्दिक आभार आदरणीय!
Deleteवाह! सुन्दर रचना ।
ReplyDeleteशुक्रिया सुरंगमा जी।
Deleteबहुत सुंदर रचना ज्योत्स्ना जी , जितनी बार पढ़ी और अच्छी लगी, आपको ढेरों बढ़ाईं!
ReplyDeleteदिल से शुक्रिया प्रीति जी!
Deleteबहुत सुन्दर कविता है ज्योत्सना जी हार्दिक बधाई |
ReplyDeleteहार्दिक आभार सविता जी!
Deleteसुन्दर रचना, ज्योत्सना जी हार्दिक बधाई !
ReplyDeleteReply
हृदय से आभार आपका!
Deleteबहुत सुंदर रचना ज्योत्स्ना जी...हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteदिल से धन्यवाद आदरणीया दीदी!
Deleteसहज, सुंदर रचना। हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteहार्दिक आभार जी!
Deleteप्रकृति का मनमोहक चित्रण ......
ReplyDeleteचलो भरें हम भू के घाव ..... बहुत सही कहा आपने
ज्योत्स्ना जी हार्दिक शुभकामनाएँ स्वीकार करें
हृदय-तल से शुक्रिया पूर्वा जी ।
Deleteबहुत अर्थपूर्ण भाव, बधाई ज्योत्स्ना जी.
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद जेन्नी जी!
Deleteबहुत सुंदर रचना के लिए हार्दिक बधाई ज्योत्सना जी।
ReplyDeleteहार्दिक आभार आदरणीया दीदी... आपका आशीर्वाद हमेशा बना रहे हम पर!🙏
Deleteछन्दबद्ध व अर्थपूर्ण सरस रचना। बहुत बधाई ज्योत्स्ना जी।
ReplyDeleteतहेदिल से शुक्रिया आपका भावना जी!
Deleteहार्दिक आभार जी!
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ReplyDeleteमेरी रचना को यहाँ स्थान देने के लिए आदरणीय भैयाजी की हृदय से आभारी हूँ। प्रभु से दुआ करती हूँ कि वो स्वस्थ रहें,सुकून से रहें और उनका आशीर्वाद हम सब पर सदा झरता रहे !
बहुत सुंदर कविता प्रिय सखी ज्योत्स्ना जी! बहुत-बहुत बधाई आपको!
ReplyDelete~सादर
अनिता ललित
हार्दिक आभार प्रिय सखी!
Deleteवाह! बढिया प्रस्तुति।
ReplyDeleteहृदय से आभार आपका!
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