रेखा रोहतगी
1-अंतर
सागर भी जलमय
बूँद भी जलमय
फिर तुझ विराट
और मुझ लघु में क्या अंतर है
हमारे बीच की दूरी क्यों निरंतर है ..?
1-अंतर
सागर भी जलमय
बूँद भी जलमय
फिर तुझ विराट
और मुझ लघु में क्या अंतर है
हमारे बीच की दूरी क्यों निरंतर है ..?
2-प्रमाण
अपने चिर नूतन
होने का ये प्रमाण देते हो
मेरे प्राणों को
नए -नए आकार देते हो ।
-0-
बहुत सुंदर सृजन रेखा जी हार्दिक बधाई ।
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