1.
तभी तो जीवन में
दोस्त आ जाएँ
2.
रिश्तों से परे
मीत का प्यार
3.
कोई न नाम
इतना रहा ऊँचा
जितना दोस्ती
4.
गर्म रेत की
मीत सूखे खेत की
है जलधार
5.
बीच मझधार में
है पतवार
6.
समझे सारी
बातें दु:ख -दर्द की
बिना बताए
7.
लुटाता सदा
वो प्यार बेशुमार
ज्यों रस-धार
-रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
khoobsoorat kshanikayen...mitrata diwas par ....
ReplyDeletehttp://anupamassukrity.blogspot.com/
happy friendshipday....
ReplyDeleteमित्रता पर सुन्दर क्षणिकायें।
ReplyDeleteमित्रता दिवस पर प्रस्तुत सुंदर हाइकु.... शुभकामनायें
ReplyDeleteदोस्ती का हाथ
ReplyDeleteबीच मझधार में
है पतवार
sahi bas parakhna aana chahiye hai na ?
प्रभु मिलाए
तभी तो जीवन में
दोस्त आ जाएं
ji sahi kaha aapne ye bahut hi bhagya ki baat hai
dono jagaha aap ke haiku tapti dhup me chhate ke saman hai
bahut bahut badhai
rachana
मित्रता दिवस पर आपने बहुत सुन्दर हाइकु लिखा है ! खासकर मुझे ये दोनों हाइकु सबसे अच्छा लगा!
ReplyDeleteदोस्ती का हाथ
बीच मझधार में
है पतवार...
समझे सारी
बातें दु:ख-दर्द की
बिना बताए...
मित्रता दिवस की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
सारे हाइकु मित्र को परिभाषित करते हुए अच्छे लगे|
ReplyDeleteHappy Friendship Day
bhaut hi sundar friendshipday par kavita...
ReplyDeleteमित्रता पर बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...!
ReplyDeleteसमझे सारी
ReplyDeleteबातें दु:ख -दर्द की
बिना बताए
dost aise hin to hote hain. sabhi haaiku bahut achhe lage. shubhkaamnaayen.
dosti per likhi sunder prastuti.badhaai aapko.
ReplyDelete"ब्लोगर्स मीट वीकली {३}" के मंच पर सभी ब्लोगर्स को जोड़ने के लिए एक प्रयास किया गया है /आप वहां आइये और अपने विचारों से हमें अवगत कराइये/हमारी कामना है कि आप हिंदी की सेवा यूं ही करते रहें। सोमवार ०८/०८/११ को
ब्लॉगर्स मीट वीकली में आप सादर आमंत्रित हैं।
मित्रता दिवस पर बहुत भावपूर्ण हाइकु हैं आपके। बधाई !
ReplyDeletesahi vishleshan.
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