पथ के साथी

Sunday, August 7, 2011

मित्रता- दिवस


1.
प्रभु मिलाए
तभी तो जीवन में
दोस्त आ जाएँ
2.
रिश्तों से परे
प्राणों में समा जाए
मीत का प्यार
3.
कोई न नाम
इतना रहा ऊँचा
जितना दोस्ती
 4.
गर्म रेत की
मीत सूखे खेत की
है जलधार

5.
दोस्ती का हाथ
बीच मझधार में
है पतवार
6.
समझे सारी
बातें दु:ख -दर्द की
बिना बताए
7.
लुटाता सदा
वो प्यार बेशुमार 
ज्यों रस-धार
-रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'

13 comments:

  1. khoobsoorat kshanikayen...mitrata diwas par ....
    http://anupamassukrity.blogspot.com/

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  2. मित्रता पर सुन्दर क्षणिकायें।

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  3. मित्रता दिवस पर प्रस्तुत सुंदर हाइकु.... शुभकामनायें

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  4. दोस्ती का हाथ
    बीच मझधार में
    है पतवार
    sahi bas parakhna aana chahiye hai na ?
    प्रभु मिलाए
    तभी तो जीवन में
    दोस्त आ जाएं
    ji sahi kaha aapne ye bahut hi bhagya ki baat hai
    dono jagaha aap ke haiku tapti dhup me chhate ke saman hai
    bahut bahut badhai
    rachana

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  5. मित्रता दिवस पर आपने बहुत सुन्दर हाइकु लिखा है ! खासकर मुझे ये दोनों हाइकु सबसे अच्छा लगा!
    दोस्ती का हाथ
    बीच मझधार में
    है पतवार...
    समझे सारी
    बातें दु:ख-दर्द की
    बिना बताए...
    मित्रता दिवस की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!

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  6. सारे हाइकु मित्र को परिभाषित करते हुए अच्छे लगे|
    Happy Friendship Day

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  7. bhaut hi sundar friendshipday par kavita...

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  8. मित्रता पर बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...!

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  9. समझे सारी
    बातें दु:ख -दर्द की
    बिना बताए

    dost aise hin to hote hain. sabhi haaiku bahut achhe lage. shubhkaamnaayen.

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  10. dosti per likhi sunder prastuti.badhaai aapko.

    "ब्लोगर्स मीट वीकली {३}" के मंच पर सभी ब्लोगर्स को जोड़ने के लिए एक प्रयास किया गया है /आप वहां आइये और अपने विचारों से हमें अवगत कराइये/हमारी कामना है कि आप हिंदी की सेवा यूं ही करते रहें। सोमवार ०८/०८/११ को
    ब्लॉगर्स मीट वीकली में आप सादर आमंत्रित हैं।

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  11. मित्रता दिवस पर बहुत भावपूर्ण हाइकु हैं आपके। बधाई !

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