पथ के साथी

Tuesday, April 19, 2022

1198-दोहे

 रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'


21 comments:

  1. बहुत ही खूबसूरत दोहे हैं सर ! हार्दिक शुभकामनाएँ ।

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  2. वाह,बहुत ही सुंदर दोहे।हार्दिक बधाई भाई साहब।

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  3. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (20-04-2022) को चर्चा मंच      "धर्म व्यापारी का तराजू बन गया है, उड़ने लगा है मेरा भी मन"   (चर्चा अंक-4406)     पर भी होगी!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
    -- 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'    --

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  4. सुंदर,मंगल कामना युक्त दोहे।

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  5. बहुत बहुत बहुत सुंदर... भावविह्वल करते दोहे.... वाह्ह्ह.... अत्यंत उत्कृष्ट.... सर 🌹🌹🙏🙏🙏

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  6. सुन्दर दोहे

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  7. सभी गुणिजन का हार्दिक आभार!

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  8. सुंदर दोहे

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  9. अत्यंत सुंदर दोहे...हार्दिक बधाई भाईसाहब।

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  10. वाह।
    बहुत ही सुंदर दोहे।
    आदरणीय गुरुवर को हार्दिक बधाई🌷💐

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  11. अहा! मनभावन सुन्दर दोहे
    हार्दिक बधाई
    गुरुवर को नमन

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  12. एक से बढ़कर एक सुंदर दोहे, आभार आदरणीय!

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  13. सभी दोहे बहुत सुंदर। हार्दिक अभिनन्दन आपका।

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  14. प्रीत के रस में भीगे सुंदर दोहे

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  15. वाह!!!
    एक से बढ़कर एक लाजवाब दोहे ।

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  16. आप सबके अनुपम प्रोत्साहन के लिए आभारी हूँ

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  17. नेह से परिपूर्ण अप्रतिम दोहे, अनुपम लेखन के लिए भाई जी को ढेर सारी बधाई.

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  18. प्रेम में सराबोर .... अतिसुन्दर दोहे! सादर नमन आदरणीय भैया जी एवं उनकी लेखनी को!

    ~सादर
    अनिता ललित

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  19. बहुत भावपूर्ण दोहे. हार्दिक बधाई काम्बोज भाई.

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  20. सभी दोहे एक से बढ़कर एक और मीठे लगे । हार्दिक
    बधाई आ हिमांशु भाई ।

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  21. मनभावन और उम्दा दोहों के लिए ढेरों ढेर बधाई

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