[कल यानी 17 मई को डॉ. हरदीप कौर सन्धु जी का जन्म दिन था। सहज साहित्य, त्रिवेणी और हिन्दी हाइकु के सब रचनाकारों की तरफ़ से आपको हार्दिक बधाई ! विश्वभर में हाइकु, ताँका , सेदोका , चोका , हाइबन, माहिया आदि का जो प्रचार- प्रसार हुआ है, उसके लिए हिन्दी हाइकु और त्रिवेणी का योगदान सर्वाधिक है। बहन हरदीप जी ने इन दोनों ब्लॉग[ आज वेब रूप] से मुझको जोड़ा , यह मेरा सौभाग्य है। निःस्वार्थ रूप से कार्य करने वाली हरदीप जी को वे लोग भी भूलते जा रहे हैं, जिन्होंने इनसे सीखा। वे अपना अलग रास्ता अपना चुके हैं। मैं इस बात को विशेष रूप से रेखांकित करना चाहता हूँ कि मैंने जो इन विधाओं में थोड़ा-बहुत काम किया , उसमें हरदीप बहन का योगदान है। ईश्वर करे आप सदा स्वस्थ एवं प्रसन्न रहेंत, दीर्घायु हों और ये विधाएँ आपकी छत्रछाया में पल्ल्वित-पुष्पित होती रहें। ]
रामेश्वर काम्बोज
डॉ. हरदीप कौर सन्धु
‘नहीं, अब वहाँ नहीं जाना’
जब भी मैं ये शब्द, वाक्य दोहराता हूँ
उसे मैं अपने सामने
ही पाता हूँ-
' तुम
समझे नहीं
तुम बोलते बहुत हो'-
अपनी निरंतर चलती
बातों की लड़ी को तोड़ते हुए
उस ने कहा था,
भर आँखों में उदासी
वह मुस्करा रहा था-
तुझे देख-देख जीता था
कैसे भूल जाऊँ !
लौट आ अब भी
मैं तो अब तक वहीं खड़ा
हूँ
'नहीं,
नहीं अब वहाँ नहीं जाना
तुझे दी जहाँ पीड़ा
तेरा तोड़ा था यकीन
चला गया तुझसे दूर
तुझे
करके ग़मगीन’-
उस ने फिर कहा था
भर आँखों में उदासी
मन्द -मन्द मुस्करा
रहा था-
तेरी वो मुहब्बत
तेरा वो यकीन
अब भी वैसा है
कुछ भी बदला नहीं
तेरा ऐसे चला जाना
मुझे देकर झकानी (
बिना बताए )
सोचता हूँ कहीं
कोई ख़्वाब तो नहीं
मैं तो वहीं खड़ा हूँ
वक्त जाता चाहे बीत
मेरा वो आज है
तेरा वो अतीत
नहीं, अब वहाँ
नहीं जाना
हाँ, अब वहाँ
नहीं जाना
क्योंकि
मैं तो वहीं ही खड़ा
हूँ
आज भी वहीं ही खड़ा
हूँ।
-0-
बेहतरीन रचना के साथ जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
ReplyDeleteईश्वर करे आप हमेशा खुश और प्रसन्नचित्त रहे ।
हरदीप जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ। अच्छी रचना।
ReplyDeleteबहुत मुबारक यह ख़ास दिन।
ReplyDeleteसुंदर,भावपूर्ण रचना।
ReplyDeleteहार्दिक बधाई आदरणीया।
जन्म दिवस की अनंत शुभकामनाएँ।
ईश्वर आपको दीर्घायु करें एवं जीवन के प्रत्येक पल आपको सदैव खुश रखें।
यह शुभ दिन बार-बार आये।🌹🌹
सादर
जन्मदिन की अशेष शुभकामनाएँ प्रिय हरदीप बहन जी!
ReplyDeleteसुंदर एवं भावपूर्ण रचना के लिए बहुत बधाई!
~सादर
अनिता ललित
बहुत सुंदर रचना। आपको जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
ReplyDeleteजन्मदिन की शुभकामनाएं हरदीप जी । आपकी साहित्य साधना गतिमान रहे शुभकामना
ReplyDeleteडॉ. हरदीप जी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई,हार्दिक शुभकामनाएँ।सुंदर भावप्रवण रचनाओं हेतु साधुवाद।
ReplyDeleteडाॅ. हरदीप जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ!!!
ReplyDeleteडाॅ. हरदीप जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ!!!
ReplyDeleteआदरणीय हरदीप जी को जन्मदिन की अनंत असीम शुभकामनाएं।
ReplyDeleteआपकी लेखनी नित्य सक्रिय रहे और आप स्वस्थ रहें।
सादर
भावना सक्सैना
जन्मदिन की हार्दिक बधाई व अशेष शुभकामनाएं प्रिय हरदीप जी।
ReplyDeleteईश्वर आपको सदा प्रसन्न रखें व साहित्य में आपकी लेखनी नित नई ऊँचाइयाँ प्राप्त करे।
बहुत ही शानदार रचना ... आदरणीय हरदीप जी को जन्मदिन की अनंत अशेष शुभकामनाएं 💐💐
ReplyDeleteसादर 🙏🙏
मैं तो वहीं ही खड़ा हूँ
ReplyDeleteआज भी वहीं ही खड़ा हूँ। ---सुंदर रचना।
आदरणीया हरदीप जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ। बहुत अच्छी रचना हेतु हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteकाम्बोज जी ने भी बहुत अच्छी बात लिखी।
सुंदर रचना
ReplyDeleteबहुत उम्दा रचना, ढेरों बधाई हरदीप जी...और साथ ही जन्मदिन के लिए भी ढेरों ढेर बधाई | आदरणीय काम्बोज जी की बातों से पूरी तरह सहमत हूँ, साहित्य जगत में आपके इस योगदान के लिए भी आप नि:संदेह बधाई की पात्र हैं |
ReplyDeleteVERY BEST POST THANKS FOR SHARE I LOVE THIS POST
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