tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post8512946284501312256..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 952-उसको दूँ मैं फूलसहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-48638235214665405552020-02-06T16:59:18.824+05:302020-02-06T16:59:18.824+05:30
बहुत सुंदर,भावपूर्ण सृजन के लिए आद.गिरीश पंकज जी ...<br />बहुत सुंदर,भावपूर्ण सृजन के लिए आद.गिरीश पंकज जी को हार्दिक बधाई !!<br />Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-88913920546894365072020-02-04T22:40:19.930+05:302020-02-04T22:40:19.930+05:30बाँटूँ सबको खुशियाँ सारी,
दे दूँ अपने कौर।
नेक राह...बाँटूँ सबको खुशियाँ सारी,<br />दे दूँ अपने कौर।<br />नेक राह पर चलता जाऊँ,<br />हिले न मन की चूल।।<br />बहुत सुंदर गीत ।अपने उसूलों पर चलते हुए मानव मूल्यों की रक्षा करना बड़ी बात है । पंकज भाई बधाई सुंदर गीत के लिए । Vibha Rashmihttps://www.blogger.com/profile/07085561289908241333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-38264223821169954022020-02-04T02:38:12.772+05:302020-02-04T02:38:12.772+05:30बहुत सुन्दर गीत ।हार्दिक बधाई आपको ।बहुत सुन्दर गीत ।हार्दिक बधाई आपको ।dr.surangma yadavhttps://www.blogger.com/profile/02341987635896388089noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-21419736786317853632020-02-03T21:16:03.875+05:302020-02-03T21:16:03.875+05:30मुझे लगानी है अमराई,
बोएँ सभी बबूल।
बना रहे यह ऊपर...मुझे लगानी है अमराई,<br />बोएँ सभी बबूल।<br />बना रहे यह ऊपरवाले,<br />हरदम मेरा उसूल।<br />bahut sunder <br />aapko badhayi<br />saader<br />rachanaAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-79785361641215742982020-02-03T00:11:13.801+05:302020-02-03T00:11:13.801+05:30बहुत सुन्दर गीत. श्री गिरीश पंकज जी को इस गीत के ल...बहुत सुन्दर गीत. श्री गिरीश पंकज जी को इस गीत के लिए बधाई. डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-21509285386384241762020-02-02T23:33:58.703+05:302020-02-02T23:33:58.703+05:30गिरीश पंकज जी बहुत प्यारा गीत है, जो भी मुझको शूल ...गिरीश पंकज जी बहुत प्यारा गीत है, जो भी मुझको शूल चुभोये,उसको दूं मैं फूल| बहुत ऊँची बात है, दुनिया में बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो ऐसी सोच रखते हैं |आपको हार्दिक बधाई इस सुन्दर गीत की रचना पर | सविता अग्रवाल 'सवि'https://www.blogger.com/profile/18325250763724822338noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-41429537219072052302020-02-02T08:19:37.576+05:302020-02-02T08:19:37.576+05:30धन्यवाद प्रीति बहनधन्यवाद प्रीति बहनशिवजी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/11658195805454614870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-86178789575821238322020-02-02T06:39:18.806+05:302020-02-02T06:39:18.806+05:30बहुत बढ़िया गीत।बहुत बढ़िया गीत।सविता मिश्रा 'अक्षजा'https://www.blogger.com/profile/04575828566784869558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-69091605211859601972020-02-02T02:19:44.809+05:302020-02-02T02:19:44.809+05:30आदरणीय शिवजी भैया मुझे आपकी समीक्षा सदा ही मनभावन ...आदरणीय शिवजी भैया मुझे आपकी समीक्षा सदा ही मनभावन लगती है।प्रीति अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/05992941416009106980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-49312358064959734462020-02-02T02:17:23.168+05:302020-02-02T02:17:23.168+05:30आदरणीय गिरीश पंकज जी, आप जैसे उसूलों वाले लोगों के...आदरणीय गिरीश पंकज जी, आप जैसे उसूलों वाले लोगों के कंधे पे ही यह दुनिया टिकी हुई है, प्रेरणा देती सुंदर रचना,बधाई स्वीकारें। वाकई गीत बहुत सुंदर है भाई साहब, धन्यवादप्रीति अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/05992941416009106980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-83597133358091993802020-02-02T00:19:07.390+05:302020-02-02T00:19:07.390+05:30बहुत सुंदर,भावपूर्ण कविता ।गिरीश पंकज जी को हार्दि...बहुत सुंदर,भावपूर्ण कविता ।गिरीश पंकज जी को हार्दिक बधाई ।एक उत्तम रचना पढ़ने का अवसर देने के लिए आभार भैया।Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-19672868948302566832020-02-01T22:02:42.769+05:302020-02-01T22:02:42.769+05:30गिरीश पंकज जी का गीत उदात्त मानवीय मूल्यों के लिये...गिरीश पंकज जी का गीत उदात्त मानवीय मूल्यों के लिये समर्पित कवि की भावाभिव्यक्ति है,इसमे कबीर का विद्रोह,सन्तो का विरागी भाव और सूफियों का प्रेम एक साथ समाहित है।आपको और गिरीश पंकज जी को बधाई।शिवजी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/11658195805454614870noreply@blogger.com