tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post7067098283512124380..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 623सहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-1634869347315001672016-03-19T08:56:00.353+05:302016-03-19T08:56:00.353+05:30बहुत सटीक और अच्छी समीक्षा है...| पुस्तक के लिए रा...बहुत सटीक और अच्छी समीक्षा है...| पुस्तक के लिए राजेंद्र वर्मा जी को और समीक्षा के लिए संजीव वर्मा जी को बहुत बधाई...|प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-12769261184594237412016-03-14T23:54:25.718+05:302016-03-14T23:54:25.718+05:30हर विधा में माहिर रचनाकार ही किसी की कृति की सुन्द...हर विधा में माहिर रचनाकार ही किसी की कृति की सुन्दर विवेचना अथवा समीक्षा कर सकता है | इसी दिशा में अपने शब्दों को बेमिसाल बनाते हुए सम्मानित " सलिल " जी ने सम्मानित राजेन्द्र वर्मा जी की पुस्तक की न केवल शानदार शब्दनियोजन से समालोचना की है बल्कि रचनाकार के प्रति पाठक के श्रद्धा भाव की बढ़ोतरी भी करी है | अग्रिम पायदान में खड़े दोनों रचनाकारों को सादर बधाई | सुनीता शर्मा 'नन्ही'https://www.blogger.com/profile/17734502488420747181noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-38598075477951662102016-03-12T22:23:02.542+05:302016-03-12T22:23:02.542+05:30सामाजिक , राजनैतिक , प्रशासनिक अव्यवस्था पर प्रहार...सामाजिक , राजनैतिक , प्रशासनिक अव्यवस्था पर प्रहार करती रचनाओं हेतु राजेन्द्र वर्मा जी को व सुंदर समीक्षा हेतु संजीव वर्मा जी बहुत-बहुत बधाई | <br /> पुष्पा मेहरा Pushpa mehrahttps://www.blogger.com/profile/03375356603929430087noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-76096289240202105272016-03-12T20:43:49.841+05:302016-03-12T20:43:49.841+05:30राजेन्द्र वर्माजी को संग्रह की हार्दिक बधाई। संजीव...राजेन्द्र वर्माजी को संग्रह की हार्दिक बधाई। संजीव वर्माजी की सुंदर समीक्षाSudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-11049040088447981342016-03-11T22:57:34.665+05:302016-03-11T22:57:34.665+05:30sunder samiksha aur udahran padh kr man ho gaya ki...sunder samiksha aur udahran padh kr man ho gaya ki pustak padhi jaye dhnyavad aur badhai <br />rachanaमेरा साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09177331730604295287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-6690121044667424602016-03-09T12:54:11.530+05:302016-03-09T12:54:11.530+05:30समीक्षक महोदय ने रचनाकार की रचना के गाम्भीर्य को स...समीक्षक महोदय ने रचनाकार की रचना के गाम्भीर्य को सहजता से चित्रित किया है कि कृति को पढने कि इच्छा जाग्रत हो उठी है <br />समसामयिक प्रासंगिक घटना आज भी प्रश्न पूछ रही है -<br /><br /> घटना में शामिल है खुद ही / मंत्री जी की कार<br /> <br /> थाने का थाना बैठा है जैसे खाये खार<br /> बेटी के चरित्र पर उँगली / रक्खे बारम्बार<br /> रचनाकार और समीक्षक जी आप दोनों को <br />बधाईKamlanikhurpa@gmail.comhttps://www.blogger.com/profile/05894933359198383315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-67333992813229038592016-03-08T21:22:25.650+05:302016-03-08T21:22:25.650+05:30अति सुन्दर समीक्षा के लिए आदरणीय संजीव वर्मा जी तथ...अति सुन्दर समीक्षा के लिए आदरणीय संजीव वर्मा जी तथा ख़ूबसूरत संग्रह के लिए आदरणीय राजेन्द्र वर्मा जी को हार्दिक बधाई!<br /><br />सादर नमन!Krishnahttps://www.blogger.com/profile/01841813882840605922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-61996047850259885072016-03-08T19:47:31.514+05:302016-03-08T19:47:31.514+05:30बहुत ही सधी हुई एवं सटीक समीक्षा! दिए गए उदाहरणों ...बहुत ही सधी हुई एवं सटीक समीक्षा! दिए गए उदाहरणों से प्रतीत होता है कि नवगीत संग्रह 'काग़ज़ की नाव' अवश्य ही पढ़ने योग्य होगा। <br />आदरणीय संजीव वर्मा 'सलिल' जी को सुंदर समीक्षा हेतु तथा आदरणीय राजेन्द्र वर्मा जी को इस संग्रह के प्रकाशन हेतु हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ !!!<br /><br />~सादर<br />अनिता ललित Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-666476691656322312016-03-08T09:33:26.612+05:302016-03-08T09:33:26.612+05:30Pustak padhane ki jigyaasaa jagaati bahut sundar s...Pustak padhane ki jigyaasaa jagaati bahut sundar sameeksha !<br />Navgeetkar maananiy rajendar Verma Ji evam sameekshak aadraniy 'salil' Ji ko haardik badhaaii ....Sadar Naman !ज्योति-कलशhttps://www.blogger.com/profile/05458544963035421633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-60068713843570544692016-03-07T22:34:16.783+05:302016-03-07T22:34:16.783+05:30 राजेन्द्र वर्मा जी को बहुत बहुत बधाई ! प्रस्तुत ... राजेन्द्र वर्मा जी को बहुत बहुत बधाई ! प्रस्तुत झलक मात्र से ही पता चलता है कि राजेंद्र वर्मा जी की कवितायेँ बेहद प्रभावशाली ढंग से सामाजिक एवं सामयिक सन्दर्भों को प्रस्तुत करती हुयी एक संग्रहणीय दस्तावेज हैं. आचार सलिल वर्मा जी ने गहन समीक्षा के माध्यम से पुस्तक के शीघ्रातिशीघ्र पढ़ने को उत्सुक कर दिया है। <br /><br />Manju Mishrahttp://www.manukavya.wordpress.comnoreply@blogger.com