tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post4213660842753895147..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 931सहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-71217417213336144222023-05-12T10:47:58.620+05:302023-05-12T10:47:58.620+05:30बहुत प्यारी कविता है, मेरी बधाई बहुत प्यारी कविता है, मेरी बधाई प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-80728428509678863242019-10-04T20:22:24.060+05:302019-10-04T20:22:24.060+05:30बहुत सुंदर और भावपूर्ण कविता भावना जीबहुत सुंदर और भावपूर्ण कविता भावना जीमंजूषा मनhttps://www.blogger.com/profile/17416977159340116149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-589273819106611192019-09-18T22:46:32.519+05:302019-09-18T22:46:32.519+05:30बहुत ही बढ़िया व भावपूर्ण कविता, हार्दिक बधाई भावना...बहुत ही बढ़िया व भावपूर्ण कविता, हार्दिक बधाई भावना जी आपको !!Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-32234418933676162892019-09-18T14:47:24.440+05:302019-09-18T14:47:24.440+05:30सारगर्भित संयोजन।सारगर्भित संयोजन।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-89674374457496222332019-09-18T12:58:05.381+05:302019-09-18T12:58:05.381+05:30सत्य को उकेरती मर्मस्पर्शी रचना! सुंदर सृजन हेतु ब...सत्य को उकेरती मर्मस्पर्शी रचना! सुंदर सृजन हेतु बहुत बधाई आपको भावना जी!<br /><br />~सादर <br />अनिता ललित Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-33342618965842390662019-09-18T05:41:02.389+05:302019-09-18T05:41:02.389+05:30बहुत ही भावपूर्ण कविता, हार्दिक बधाई भावना जी।बहुत ही भावपूर्ण कविता, हार्दिक बधाई भावना जी।dr.surangma yadavhttps://www.blogger.com/profile/02341987635896388089noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-85387263598874058692019-09-17T19:05:57.351+05:302019-09-17T19:05:57.351+05:30मेरी कविता को सहज साहित्य पर स्थान देने के लिए आदर...मेरी कविता को सहज साहित्य पर स्थान देने के लिए आदरणीय काम्बोज भैया का हृदय से आभार। <br />उत्साहवर्धके टिप्पणियों के लिए आप सभी का सहृदय अनन्त आभार।<br />सादर<br />भावनाbhawnahttps://www.blogger.com/profile/06643967250921446367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-77898404629136865012019-09-17T18:49:48.382+05:302019-09-17T18:49:48.382+05:30सपने हर हालात में पलते ही हैं। सपनों को पूरा करने ...सपने हर हालात में पलते ही हैं। सपनों को पूरा करने की आस में व्यक्ति विषम परिस्थितियों में भी संघर्ष करता रहता है। सपने ही मनुष्य को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते है।<br /><br />बहुत ही सुंदर रचना है। इस कविता को पढ़कर 'अरुण कमल' की कविता 'नए इलाके में' की याद ताज़ा हो गई।स्वराज सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05423150834652328259noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-20700715849550141662019-09-17T17:47:51.962+05:302019-09-17T17:47:51.962+05:30बहुत सुन्दर रचना भावना जी |बांस के कानों से बंधे त...बहुत सुन्दर रचना भावना जी |बांस के कानों से बंधे तिरपाल की टप टप से ....अति सुन्दर भाव |बधाई स्वीकारें |सविता अग्रवाल 'सवि'https://www.blogger.com/profile/18325250763724822338noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-13928867537054257232019-09-17T17:40:51.439+05:302019-09-17T17:40:51.439+05:30बहुत ही मर्म स्पर्शी रचना ।
हार्दिक शुभकामनाएँ भा...बहुत ही मर्म स्पर्शी रचना । <br />हार्दिक शुभकामनाएँ भावना जी Dr. Purva Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12677408421467945951noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-19089950716741538312019-09-17T13:19:53.215+05:302019-09-17T13:19:53.215+05:30बहुत सुंदर कविता।बहुत सुंदर कविता।Anita Mandahttps://www.blogger.com/profile/03558205535588084045noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-86480459104375860012019-09-17T12:17:58.562+05:302019-09-17T12:17:58.562+05:30आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (18-09-2019)...आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (18-09-2019) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "मोदी स्वयं सुबूत" (चर्चा अंक- 3462) </a> पर भी होगी। --<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। <br /> --<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-25322015582847983342019-09-17T10:04:10.516+05:302019-09-17T10:04:10.516+05:30बहुत सुंदर,मनुष्य की जिजीविषा और सपने हर परिस्थिति...बहुत सुंदर,मनुष्य की जिजीविषा और सपने हर परिस्थिति में बेहतरी की सम्भावनाएं तलाश लेते हैं।झुग्गी-झोपड़ी के जीवन का प्रभावी चित्र। बधाई भावना जी।शिवजी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/11658195805454614870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-87723323074687902292019-09-16T23:46:29.637+05:302019-09-16T23:46:29.637+05:30उफनते हैं सीने में, अधूरे ख़्वाबों के खारे समुंदर.....उफनते हैं सीने में, अधूरे ख़्वाबों के खारे समुंदर....वाह! बहुत खूब भावना जी,सुंदर रचना के लिए हार्दिक बधाई।प्रीति अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/05992941416009106980noreply@blogger.com