tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post405028352410532101..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 910-पितृ-दिवससहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-61934394951036385822019-07-02T13:20:26.177+05:302019-07-02T13:20:26.177+05:30मन को छूने वाले सुन्दर सृजन के लिए हार्दिक बधाई आ....मन को छूने वाले सुन्दर सृजन के लिए हार्दिक बधाई आ.शशि जी एवं मुकेश बाला जी !!Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-68341983274482369852019-06-21T22:01:25.845+05:302019-06-21T22:01:25.845+05:30सुन्दर रचनाएँ !सुन्दर रचनाएँ !उमेश महादोषीhttps://www.blogger.com/profile/17022330427080722584noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-9520197539091407212019-06-20T09:33:47.196+05:302019-06-20T09:33:47.196+05:30पिता को समर्पित सभी रचनाएँ...अत्यंत भावपूर्ण!
हार्...पिता को समर्पित सभी रचनाएँ...अत्यंत भावपूर्ण!<br />हार्दिक बधाई आ. शशि दीदी एवं मुकेश बाला जी!!!<br /><br />~सादर<br />अनिता ललितAnita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-79551025458490586032019-06-20T08:44:46.807+05:302019-06-20T08:44:46.807+05:30शशि जी बहुत सुंदर भावपूर्ण , मर्मस्पर्शी कविता। बच...शशि जी बहुत सुंदर भावपूर्ण , मर्मस्पर्शी कविता। बचपन की स्मृतियों मन को भिगो गईं ।हार्दिक बधाई<br /> मुकेश बाला जी सटीक समसामयिक सार्थक कविता। सुंदर अभिव्यक्ति के लिए बधाई।Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-81439645631133440442019-06-19T07:15:19.652+05:302019-06-19T07:15:19.652+05:30पितृ दिवस पर रची सुन्दर रचनाएं हैं शशि जी मन एक बा...पितृ दिवस पर रची सुन्दर रचनाएं हैं शशि जी मन एक बार फिर पुरानी यादों में खो गया और पिताजी के साथ बिताये बचपन के दिन याद आ गए सच में उनकी सीख दीप स्तम्भ सी आज भी साथ है |आपको और मुकेश बाला जी को हार्दिक बधाई |सविता अग्रवाल 'सवि'https://www.blogger.com/profile/18325250763724822338noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-28996203216973124782019-06-18T17:47:49.962+05:302019-06-18T17:47:49.962+05:30असाधारण मन को छुती अनुपम रचनाऐँ ।असाधारण मन को छुती अनुपम रचनाऐँ ।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-41474465961657543272019-06-17T14:30:07.407+05:302019-06-17T14:30:07.407+05:30आदरणीय शशि जी की भावपूर्ण क्षणिकाएँ व मुकेशबाला की...आदरणीय शशि जी की भावपूर्ण क्षणिकाएँ व मुकेशबाला की समसामयिक यथार्थपरक कविता अच्छी लगी।<br />आप दोनों को बधाई व हाप्दिक शुभकामनाएँ।bhawnahttps://www.blogger.com/profile/06643967250921446367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-90898020928506132132019-06-17T13:11:24.269+05:302019-06-17T13:11:24.269+05:30पिता की स्मृतियों से पूरित शशि जी की भावप्रणव सुन्...पिता की स्मृतियों से पूरित शशि जी की भावप्रणव सुन्दर कविता है । मुकेश बाला जी की कविता समसामयिक कविता है ।दोनों सार्थक अभिव्यक्तियों के लिये बधाई ।Vibha Rashmihttps://www.blogger.com/profile/07085561289908241333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-84094305748849736372019-06-17T11:05:00.265+05:302019-06-17T11:05:00.265+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (18...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (18-06-2019) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "बरसे न बदरा" (चर्चा अंक- 3370) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-16361371838991581842019-06-17T07:07:14.875+05:302019-06-17T07:07:14.875+05:30शशि जी ,
आपकी रचना पूज्यनीय पिता की स्मृतियों से भ...शशि जी ,<br />आपकी रचना पूज्यनीय पिता की स्मृतियों से भरी हुयी बड़ी ही सामयिक और सार्थक है | प्रत्येक शब्द में लेखिका के व्यक्तितत्व की छाप है | इन पंक्तियों ने मुझे अपना बचपन याद करा दिया| बड़ी ही सजीव और सटीक रचना है | श्याम -हिंदी चेतना Shiamhttps://www.blogger.com/profile/03060062025615601779noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-12912314193867110462019-06-17T00:23:48.033+05:302019-06-17T00:23:48.033+05:30मन पर सुन्दर छाप छोडती पिता पर रचनाएँ, बधाई शशि जी...मन पर सुन्दर छाप छोडती पिता पर रचनाएँ, बधाई शशि जी. <br />आज के समय में बुजुर्गों की यही स्थिति, सही कहा मुकेश बाला जी.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-73957043164797046712019-06-16T21:16:24.211+05:302019-06-16T21:16:24.211+05:30बहुत सुंदर.. मन छूने वाली रचनाएं। बधाइयांबहुत सुंदर.. मन छूने वाली रचनाएं। बधाइयांरश्मि शर्माhttps://www.blogger.com/profile/04434992559047189301noreply@blogger.com