tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post3578130216027929221..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 1305- मैं केवल तुम्हारासहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-245797657923294962023-07-12T11:58:55.855+05:302023-07-12T11:58:55.855+05:30प्रेम की गहन और पावन अभिव्यक्ति, इस सुन्दर कविता क...प्रेम की गहन और पावन अभिव्यक्ति, इस सुन्दर कविता के लिए बहुत बधाई आदरणीय काम्बोज जी को प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-68964239784212465012023-03-27T09:05:37.883+05:302023-03-27T09:05:37.883+05:30'मैं केवल तुम हूँ' प्रेम की इससे अधिक सुंद...'मैं केवल तुम हूँ' प्रेम की इससे अधिक सुंदर, पावन और गहन अनुभूति/अभिव्यक्ति क्या हो सकती है !! <br />अति सुंदर रचना आदरणीय भैया। प्रणामSushila Sheel Ranahttps://www.blogger.com/profile/05664454784001469291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-61080851216673484252023-03-27T05:10:51.385+05:302023-03-27T05:10:51.385+05:30समर्पण का सौंदर्य दर्शाती सुंदर अभिव्यक्ति! धन्यवा...समर्पण का सौंदर्य दर्शाती सुंदर अभिव्यक्ति! धन्यवाद आदरणीय।प्रीति अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/05992941416009106980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-71771393822171606792023-03-23T11:38:11.738+05:302023-03-23T11:38:11.738+05:30सर बहुत सुंदर रचना है , हार्दिक बधाई।
सादर
सुरभि ड...सर बहुत सुंदर रचना है , हार्दिक बधाई।<br />सादर<br />सुरभि डागर <br />surbhidagar001@gmail.comhttps://www.blogger.com/profile/06678521010282926893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-18157897920175544432023-03-23T04:34:28.421+05:302023-03-23T04:34:28.421+05:30बन्धुवर श्रीवास्तव जी, अनिमा दास , अनिता ललित और ...बन्धुवर श्रीवास्तव जी, अनिमा दास , अनिता ललित और बहन कृष्णा जी अतिशय आभारसहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-67078751006991177502023-03-23T04:32:59.031+05:302023-03-23T04:32:59.031+05:30आपकी टिप्पणी बहुत उत्साहवर्धक , आपका नाम पता चलता ...आपकी टिप्पणी बहुत उत्साहवर्धक , आपका नाम पता चलता तो और भी अधिक अच्छा होता।सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-54151297552325711242023-03-23T04:31:46.902+05:302023-03-23T04:31:46.902+05:30हार्दिक आभार अनुजाहार्दिक आभार अनुजासहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-11286050567128975032023-03-22T21:31:37.356+05:302023-03-22T21:31:37.356+05:30अति सुंदर कविता...हार्दिक शुभकामनाएँ।अति सुंदर कविता...हार्दिक शुभकामनाएँ।Krishnahttps://www.blogger.com/profile/01841813882840605922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-86809215704656290322023-03-22T18:09:22.983+05:302023-03-22T18:09:22.983+05:30बहुत सुंदर कविता! नमन आपको!
~सादर
अनिता ललित बहुत सुंदर कविता! नमन आपको!<br /><br />~सादर <br />अनिता ललित Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-39494860670303375552023-03-22T16:42:22.368+05:302023-03-22T16:42:22.368+05:30वाह्ह्ह!!!सर....बहुत ही सुंदर कविता.... मृदुल शब्द...वाह्ह्ह!!!सर....बहुत ही सुंदर कविता.... मृदुल शब्दों में भाव पुष्पों की सुगंध.... 🙏🙏🌹🌹🌹🌹शेष दो पंक्तियों में ठहर गई 🌹🙏Sonneteer Anima Dashttps://www.blogger.com/profile/10477854858493393824noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-64173589347672049132023-03-22T12:13:31.971+05:302023-03-22T12:13:31.971+05:30मैं केवल तुम हूँ...निजी सत्ता को प्रिय में विलीन क...मैं केवल तुम हूँ...निजी सत्ता को प्रिय में विलीन कर देना ही प्रेम की सर्वोच्च अवस्था है।यही मिलन ईश्वर से मिलन है।बहुत सुंदर कविता।शिवजी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/11658195805454614870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-59889084576031084302023-03-22T09:02:01.472+05:302023-03-22T09:02:01.472+05:30दिल से निकले शब्द दिल को छू गए। बहुत सुंदर कविता। ...दिल से निकले शब्द दिल को छू गए। बहुत सुंदर कविता। सुदर्शन रत्नाकर Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-51656819208591799252023-03-22T08:39:16.422+05:302023-03-22T08:39:16.422+05:30अर्धनारीश्वर हम
अहा! इससे अधिक क्या ही कहा जाए
समू...अर्धनारीश्वर हम<br />अहा! इससे अधिक क्या ही कहा जाए<br />समूची सृष्टि समा गई इन दो शब्दों में! Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-15722525586019302502023-03-22T08:39:12.703+05:302023-03-22T08:39:12.703+05:30कविता दिल से निकलती है, इसीलिए हमेशा दिल को छूती ह...कविता दिल से निकलती है, इसीलिए हमेशा दिल को छूती है, बहुत सुंदर लिखा है भैयाUpmahttps://www.blogger.com/profile/05528958838533434438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-47133372265141411802023-03-22T08:29:56.312+05:302023-03-22T08:29:56.312+05:30अनीता सैनी जी, बहन सुषमा गुप्ता जी और बन्धुवर भीकम...अनीता सैनी जी, बहन सुषमा गुप्ता जी और बन्धुवर भीकमसिंह जी , बहुत -बहुत आभारसहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-28315995449524152162023-03-22T07:38:49.258+05:302023-03-22T07:38:49.258+05:30बहुत सुन्दर सर ! हार्दिक शुभकामनाएँ ।बहुत सुन्दर सर ! हार्दिक शुभकामनाएँ ।भीकम सिंहhttps://www.blogger.com/profile/11057141136838753334noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-67769637647570901632023-03-22T07:13:47.844+05:302023-03-22T07:13:47.844+05:30बहुत ही सुंदर बहुत ही सुंदर Dr. Sushma Guptahttps://www.blogger.com/profile/00325942414759145903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-23367056808696278792023-03-22T07:11:18.437+05:302023-03-22T07:11:18.437+05:30
मैं केवल तुम हूँ यह शब्द जब कंठ से बाहर निकलता है...<br />मैं केवल तुम हूँ यह शब्द जब कंठ से बाहर निकलता है तब प्रकृति कितनी प्रेममयी हो जाती है... बहुत सुंदर सृजनअनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.com