tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post320583372524537280..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 989-आज़ादी की पूर्व सन्ध्या-संवादसहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-71268388965042389212020-06-05T09:49:56.311+05:302020-06-05T09:49:56.311+05:30क्या बात है ! कौन कह सकता है यह वर्षों पहले लिखी ग...क्या बात है ! कौन कह सकता है यह वर्षों पहले लिखी गई कविता है | यह आज भी उतनी ही सामयिक है और इसकी धार आज भी पैनी...| आभार इसे पढने का आनंद देने के लिए और बहुत बधाई भी...|प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-77409141560198972312020-05-23T21:28:01.013+05:302020-05-23T21:28:01.013+05:30वाह! लाजवाब! निःशब्द हैं! नतमस्तक हैं आपके आगे सदै...वाह! लाजवाब! निःशब्द हैं! नतमस्तक हैं आपके आगे सदैव की ही भाँति आदरणीय भैया जी! आपको एवं आपकी लेखनी को नमन!<br /><br />~सादर <br />अनिता ललित Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-69504043690248408962020-05-21T21:49:24.156+05:302020-05-21T21:49:24.156+05:30बहुत ज़बरदस्त रचना... हार्दिक बधाई भाईसाहब।बहुत ज़बरदस्त रचना... हार्दिक बधाई भाईसाहब।Krishnahttps://www.blogger.com/profile/01841813882840605922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-91696394244673283592020-05-21T18:27:11.178+05:302020-05-21T18:27:11.178+05:30सशक्त,तात्कालिक समाज का आईना दिखाती भावपूर्ण,मर्मस...सशक्त,तात्कालिक समाज का आईना दिखाती भावपूर्ण,मर्मस्पर्शी कविता।हार्दिक बधाई आपको और आपकी लेखनी को नमन।Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-78451037050921028862020-05-21T13:56:54.516+05:302020-05-21T13:56:54.516+05:30बहुत ही अच्छी और ज़रूरी कविता है ।
आज भी यह उतनी सा...बहुत ही अच्छी और ज़रूरी कविता है ।<br />आज भी यह उतनी सामयिक है ।अपने लेखन काल से लेकर आज तक कविता उतनी प्रसांगिक है ।<br /><br />आपकी दूरदर्शिता को नमनSatya sharmahttps://www.blogger.com/profile/16220283562585438725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-65742346953619617482020-05-21T06:08:12.266+05:302020-05-21T06:08:12.266+05:30वाह, बहुत अच्छी लगी कविता।वाह, बहुत अच्छी लगी कविता।Anita Mandahttps://www.blogger.com/profile/03558205535588084045noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-28214631680184089732020-05-20T21:09:44.561+05:302020-05-20T21:09:44.561+05:30रचना पुरानी होकर और धारदार हो जाती है ।आज़ादी के स...रचना पुरानी होकर और धारदार हो जाती है ।आज़ादी के समय की और गाँधी जी के प्रति भावना । तात्कालिक परिस्थितियों का लेखा - जोखा प्रस्तुत करती सशक्त कविता की बधाई लें ।Vibha Rashmihttps://www.blogger.com/profile/07085561289908241333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-82095622206937733452020-05-20T19:22:05.665+05:302020-05-20T19:22:05.665+05:30मार्मिक अभिव्यक्ति के साथ सटीक व्यंग्य का अनूठा सम...मार्मिक अभिव्यक्ति के साथ सटीक व्यंग्य का अनूठा समन्वय । काम्बोज भाई की कलम की आवाज मर्मभेदी है ।Kamlanikhurpa@gmail.comhttps://www.blogger.com/profile/05894933359198383315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-76696431342875382742020-05-20T18:37:05.454+05:302020-05-20T18:37:05.454+05:30उपर्युक्त कविता पढ़कर - अँधेरे में, असाध्य वीणा आदि...उपर्युक्त कविता पढ़कर - अँधेरे में, असाध्य वीणा आदि लम्बी कविताएँ याद आ गई । <br />प्रवाह पूर्ण प्रभावी कविता ।<br />सुंदर सृजन के लिए बधाइयाँ ।Dr. Purva Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12677408421467945951noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-56964275696989203772020-05-20T18:32:08.431+05:302020-05-20T18:32:08.431+05:30डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक', सुरंगमा जी ...डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक', सुरंगमा जी और डॉ. जेन्नी शबनम जी आप सबका आभार -सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-50153970207655871652020-05-20T17:47:54.407+05:302020-05-20T17:47:54.407+05:30सार्थक, उत्तम और सशक्त कविता. 23 वर्ष पूर्व लिखी य...सार्थक, उत्तम और सशक्त कविता. 23 वर्ष पूर्व लिखी यह कविता उस समय के हालात का चित्रण है, परन्तु इतने सालों में हालात ज़रा नहीं सुधारे. बल्कि और बदतर हो गए हैं. उत्कृष्ट रचना के लिए बहुत बधाई भैया. डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-57632093573285314472020-05-20T15:54:55.752+05:302020-05-20T15:54:55.752+05:30भावपूर्ण और प्रभावशाली रचना।भावपूर्ण और प्रभावशाली रचना।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-91130312344553360482020-05-20T15:21:01.455+05:302020-05-20T15:21:01.455+05:30 यथार्थ की भावभूमि पर लिखी गयी बहुत सशक्त और प्र... यथार्थ की भावभूमि पर लिखी गयी बहुत सशक्त और प्रवाहयुक्त कविता ।बधाई स्वीकारें आदरणीय ।dr.surangma yadavhttps://www.blogger.com/profile/02341987635896388089noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-14775527767209441022020-05-20T14:26:04.012+05:302020-05-20T14:26:04.012+05:30इस लम्बी कविता को आप सबने धैर्यपूर्वक पढ़ा; इसके लि... इस लम्बी कविता को आप सबने धैर्यपूर्वक पढ़ा; इसके लिए बहुत आभारी हूँ । रामेश्वर काम्बोज "हिमांशु'सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-60389978147409979182020-05-20T14:11:53.621+05:302020-05-20T14:11:53.621+05:30बहुत सुन्दर रचना आदरणीय
नमन है आपकी लेखनी को!बहुत सुन्दर रचना आदरणीय<br />नमन है आपकी लेखनी को!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-43839452215950288322020-05-20T12:22:58.763+05:302020-05-20T12:22:58.763+05:30आपने मरते समय 'राम!' कहा था
हमने उसमे ...आपने मरते समय 'राम!' कहा था<br />हमने उसमे 'आ' जोड़ लिया<br />बहुत खूब... बहुत सुन्दर भाव लिए एक उम्दा रचना भैया जी !<br />आपको और आपकी लेखनी को सादर नमन !Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-62175353906720754602020-05-20T09:59:28.875+05:302020-05-20T09:59:28.875+05:30बहुत सशक्त रचना! बधाई !!!बहुत सशक्त रचना! बधाई !!!Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-26019616994063871252020-05-20T09:06:16.151+05:302020-05-20T09:06:16.151+05:30बहुत सुंदर,तेज़रफ़्तार,लयबद्ध कविता! आज़ादी का 'र...बहुत सुंदर,तेज़रफ़्तार,लयबद्ध कविता! आज़ादी का 'राम से आराम' तक का सफर आपने बड़ी कुशलता और सहजता से दर्शाया, मेरी ओर से बधाई स्वीकारें भाई साहब।प्रीति अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/05992941416009106980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-77022335107809339602020-05-20T08:12:36.883+05:302020-05-20T08:12:36.883+05:30बहुत ही सशक्त कविता है कविगण को जिम्मेदारियों का ब...बहुत ही सशक्त कविता है कविगण को जिम्मेदारियों का बोध कराती है |आपको इस कविता के लिए हार्दिक बधाई भाई काम्बोज जी |सविता अग्रवाल 'सवि'https://www.blogger.com/profile/18325250763724822338noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-66682211649048966892020-05-20T08:03:03.971+05:302020-05-20T08:03:03.971+05:30बहुत सशक्त कविता,ये कविता हमेशा ही प्रासंगिक रहेगी...बहुत सशक्त कविता,ये कविता हमेशा ही प्रासंगिक रहेगी।आपने प्रत्येक वर्ग के स्वार्थ को बेनकाब करती है। आपकी लेखनी को नमन।शिवजी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/11658195805454614870noreply@blogger.com