tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post3112903953466243806..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : आपकी बातेंसहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-84083210973764832192008-09-07T02:47:00.000+05:302008-09-07T02:47:00.000+05:30बेहतरीन हाईकु. आनन्द आ गया पढ़कर.------------------...बेहतरीन हाईकु. आनन्द आ गया पढ़कर.<BR/><BR/>----------------------<BR/><BR/><B>निवेदन</B><BR/><BR/>आप लिखते हैं, अपने ब्लॉग पर छापते हैं. आप चाहते हैं लोग आपको पढ़ें और आपको बतायें कि उनकी प्रतिक्रिया क्या है. <BR/><BR/><B>ऐसा ही सब चाहते हैं.</B><BR/><BR/>कृप्या दूसरों को पढ़ने और टिप्पणी कर अपनी प्रतिक्रिया देने में संकोच न करें.<BR/><BR/>हिन्दी चिट्ठाकारी को सुदृण बनाने एवं उसके प्रसार-प्रचार के लिए <B>यह कदम अति महत्वपूर्ण है,</B> इसमें अपना भरसक योगदान करें.<BR/><BR/>-समीर लाल<BR/>-<A HREF="http://udantashtari.blogspot.com/" REL="nofollow">उड़न तश्तरी</A>Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com