tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post1976537415170071360..comments2024-03-17T09:22:01.562+05:30Comments on सहज साहित्य : पावन गीत बुने धरती नेसहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-52895518589159114312015-11-03T14:19:31.916+05:302015-11-03T14:19:31.916+05:30आज एक नई जानकारी मिली दोधक के बारे में...| बहुत सु...आज एक नई जानकारी मिली दोधक के बारे में...| बहुत सुन्दर दोधक हैं |<br />हार्दिक बधाई...| प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-3512782565157504122015-08-06T00:52:00.661+05:302015-08-06T00:52:00.661+05:30बहुत सुन्दर भावपूर्ण दोधक....ज्योत्स्ना जी, गुंजन ...बहुत सुन्दर भावपूर्ण दोधक....ज्योत्स्ना जी, गुंजन जी हार्दिक बधाई।Krishnahttps://www.blogger.com/profile/01841813882840605922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-83542519462822062902015-08-05T11:54:29.066+05:302015-08-05T11:54:29.066+05:30बहुत सुन्दर भाव भरे दोधक गुंजन जी ..बहुत बधाई !
प...बहुत सुन्दर भाव भरे दोधक गुंजन जी ..बहुत बधाई !<br /><br />प्रेरणा और स्नेह से परिपूर्ण उपस्थिति के लिए आप सभी सखियों का हृदय से आभार !<br />मेरे लिए सहज साहित्य पर स्थान पाना सदा हार्दिक प्रसन्नता एवं गौरव का विषय होता है भैया जी सदा स्नेह रखिएगा ...<br /><br />सादर नमन के साथ <br />ज्योत्स्ना शर्मा <br />ज्योति-कलशhttps://www.blogger.com/profile/05458544963035421633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-78541271759640949542015-08-05T10:36:17.404+05:302015-08-05T10:36:17.404+05:30वाह! बहुत सुंदर 'दोधक' !
खूब सजा फिर दामन ...वाह! बहुत सुंदर 'दोधक' !<br />खूब सजा फिर दामन धानी, रक्त परे दिल का यह नाता-बहुत अच्छे लगे!<br />हार्दिक बधाई सखी ज्योत्स्ना जी एवं गुंजन जी !<br /><br />~सादर <br />अनिता ललित Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-55927699590422209752015-08-05T08:16:10.208+05:302015-08-05T08:16:10.208+05:30आप सभी मित्रो का तहे दिल से धन्यवाद सराहना एवं मेर...आप सभी मित्रो का तहे दिल से धन्यवाद सराहना एवं मेरा मनोबल बढ़ाने के लिए सदा आभारी रहूंगी ....भैया मेरे दोधक को सहज साहित्य में स्थान देने के लिए आप का ह्रदय तल से आभार .../\... <br /><br />ज्योत्स्ना जी सावन पर बहुत ही खूबसूरत दोधक ...बधाई Gunjan Garg Agarwalhttps://www.blogger.com/profile/03834500904736110309noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-14273676070907858912015-08-05T04:27:59.695+05:302015-08-05T04:27:59.695+05:30bahut achhi lagi "dodhak" rachnayen hard...bahut achhi lagi "dodhak" rachnayen hardik shubhkamnaye...Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-59842461060646115942015-08-05T02:27:50.652+05:302015-08-05T02:27:50.652+05:30सावन और मित्र पर डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा और गुंजन अग्...सावन और मित्र पर डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा और गुंजन अग्रवाल जी के दोधक बढ़िया भाव लेकर आये। बहुत सुन्दर लगीं यह पंक्तियाँ ---खूब सजा फिर दमन धानी /सूरज भूल गया मनमानी। … गुंजन जी आप की यह पंक्तियाँ ---दर्द हरे सुख हैं बरसाते /आकर जब कंठ लगाते ---मोहक लगीं। वधाई दोनों को। <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05248473740018889298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-80367142407803848712015-08-04T20:20:06.003+05:302015-08-04T20:20:06.003+05:30ज्योत्स्नाजी ,गुंजनजी,आप दोनों के दोधक बहुत सुंदर....ज्योत्स्नाजी ,गुंजनजी,आप दोनों के दोधक बहुत सुंदर.मोहक हैं। बधाईSudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.com